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छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को उत्कृष्टता पुरस्कार (Excellence Award to Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Sangrahalaya in Hindi)
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: September 25th, 2023
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छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय (CSMVS), मुंबई को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) एशिया-पैसिफिक अवार्ड्स फॉर कल्चरल हेरिटेज कंजर्वेशन -2022 में ‘अवॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया हैं।
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को उत्कृष्टता पुरस्कार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। उम्मीदवार नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करके छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी का पीडीएफ़ हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं।
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को उत्कृष्टता पुरस्कार डाउनलोड पीडीएफ़
Table of content
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय (Chhatrapati Shivaji Maharaj Vastu Museum)
- छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय मुम्बई का मुख्य संग्रहालय है। इसकी स्थापना 1922 में वेल्स के राजकुमार के भारत यात्रा के समय मुम्बई के प्रतिष्ठित उद्योगपतियो और नागरिकों से प्राप्त सहायता से मुम्बई के सरकार द्वारा स्मारक के रूप में की गई थी।
- यह भारत में मुंबई विश्व विरासत संपत्ति के इक्टोरियन गोथिक और आर्ट डेको एन्सेम्बल का हिस्सा है।
- यह 100 साल से अधिक पुराना संग्रहालय भारत के प्रागैतिहासिक काल से लेकर आधुनिक काल तक के इतिहास का संग्रहण करता है।
- इसकी स्थापना प्रिंस ऑफ वेल्स (जॉर्ज पंचम) की भारत यात्रा की स्मृति में की गई थी।
- बाद में इस संग्रहालय का नाम मराठा साम्राज्य के संस्थापक – छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रख दिया गया था।
- यह संग्रहालय मुगल, मराठा और जैन तथा अन्य स्थापत्य शैली के तत्वों को एकीकृत करते हुए वास्तुकला की इंडो-सारासेनिक शैली में बनाया गया था।
- यह संग्रहालय वर्तमान में प्राचीन भारत के साथ-साथ विदेशी भूमि से लगभग 50,000 प्रदर्शनों की मेजबानी करता है। यह कलाकृतियाँ सिंधु घाटी सभ्यता, गुप्त, मौर्य, चालुक्य और राष्ट्रकूट के समय से संबंधित हैं।
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यूनेस्को एशिया-पैसिफिक अवार्ड्स (UNESCO Asia-Pacific Awards)
- वर्ष 2000 से, सांस्कृतिक विरासत संरक्षण कार्यक्रम के लिए यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार क्षेत्र में विरासत संरचनाओं और इमारतों को बहाल करने, संरक्षित करने और उनकी कायापलट में निजी व्यक्तियों और संगठनों के प्रयासों को मान्यता प्रदान कर रहा है।
- एशिया-प्रशांत विरासत पुरस्कार का उद्देश्य ऐसे सांस्कृतिक विरासत क्षेत्रों के संरक्षण को बढ़ावा देना है, जिसके संरक्षण के प्रयास किसी व्यक्ति या संस्था द्वारा प्रारंभ किये गए हैं।
- यूनेस्को एशिया-पैसिफिक अवार्ड्स फॉर कल्चरल हेरिटेज कंजर्वेशन को वर्ष 2021 से यूनेस्को और एनजी टेंग फोंग चैरिटेबल फाउंडेशन के बीच एक साझेदारी द्वारा समर्थित किया गया है।
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय को उत्कृष्टता पुरस्कार डाउनलोड पीडीएफ़
- यूनेस्को एशिया-प्रशांत पुरस्कार 2022 में भारत के चार विजेता शामिल हैं, जिसमें-
1. उत्कृष्टता का पुरस्कार छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय
2. विशिष्टता का पुरस्कार गोलकुंडा की बावड़ी, हैदराबाद
3. मेरिट का पुरस्कार डोमकोंडा किला, तेलंगाना तथा
4. मेरिट का पुरस्कार भायखला स्टेशन, मुंबई
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