विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: रामानुजन मशीन (Ramanujan Machine)

By Brajendra|Updated : October 17th, 2022

इज़राइल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Israel Institute of Technology) के वैज्ञानिकों ने एक गणितीय अवधारणा विकसित की जो भारतीय गणितज्ञ रामानुजन के नाम पर है, इस अवधारणा को इज़राइल के वैज्ञानिकों द्वारा रामानुजन मशीन (Ramanujan Machine) का नाम दिया गया।

रामानुजन मशीन (Ramanujan Machine)

  • रामानुजन मशीन वास्तव में मशीन नहीं है बल्कि एक एल्गोरिथ्म (कलन विधि) है और एक बहुत ही अपरंपरागत कार्य करता है।
  • इस एल्गोरिथ्म का उद्देश्य अनुमानों (गणितीय सूत्रों के रूप में) के साथ आना है जिनका मनुष्य विश्लेषण कर सकते हैं और आशा है कि गणितीय रूप से सही साबित कर सकते हैं।
  • यह विज्ञान की शाखा में, विशेषकर गणित में नई खोज करने की प्रक्रिया में एक बहुत ही बड़ा कदम है। 
  • सामान्यतः एल्गोरिथम में जब कोई इनपुट दिया जाता है तो यह समाधान (Solution) उपलब्ध कराता है।
  • जबकि रामानुजन मशीन में इसकी विपरीत प्रक्रिया का अध्ययन किया जाता है। 
  • उदाहरण के के रूप में यदि मशीन को x इनपुट दिया जाए तो यह एक ऐसी शृंखला उत्पन्न करेगी जिसका मान x की ओर ही अग्रसर होगा। रामानुजन मशीन भविष्य के गणितज्ञों के लिए एक प्रेरणा के रूप कार्य करेगी।

श्रीनिवास रामानुजन : संक्षिप्त परिचय 

  • श्रीनिवास रामानुजन् अय्यंगर का जन्म 22 दिसम्बर 1887 को कोयंबटूर के ईरोड नामक गांव में हुआ था। और मृत्यु मात्र 33 वर्ष की आयु में 26 अप्रैल 1920 को हुई थी।
  • श्रीनिवास रामानुजन्ए एक महान भारतीय गणितज्ञ थे। इसलिए इन्हें आधुनिक काल के महानतम् गणित विचारकों में से गिना जाता है।
  • इन्हें गणित के क्षेत्र में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या सिद्धांत के क्षेत्रों में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है।
  • इन्होंने स्वयं गणित सीखा और अपने जीवनभर में गणित के 3,884 प्रमेयों का संकलन किये थे। जिनमे से अधिकांश प्रमेय सही सिद्ध किये जा चुके हैं।
  • इन्होंने गणित के सहज ज्ञान और बीजगणित प्रकलन की अद्वितीय प्रतिभा के बल पर बहुत से मौलिक और अपारम्परिक परिणाम निकाले गए, जिनसे प्रेरित शोध आज तक हो रहे है।
  • इनकी कुछ खोजों को गणित मुख्यधारा में अब तक नहीं अपनाया गया है, हाल में इनके सूत्रों को क्रिस्टल-विज्ञान में प्रयुक्त किया गया है।
  • रामानुजन जब इंग्लैंड गए तब वहां प्रवास के दौरान रॉयल सोसाइटी (Royal Society) के सदस्य बने और कैंब्रिज विश्वविद्यालय (Cambridge University) से रिसर्च में डिग्री प्राप्त की। उस समय एक अश्वेत व्यक्ति को रॉयल सोसाइटी की सदस्यता मिलना एक बहुत बड़ी बात थी।
  • भारत में प्रत्येक वर्ष 22 दिसंबर को श्रीनिवास रामानुजन की स्मृति में ‘राष्ट्रीय गणित दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

रामानुजन मशीन - Download PDF

उम्मीदवार नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके रामानुजन मशीन नोट्स हिंदी में डाउनलोड कर सकते हैं। 

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