कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन क्या है: Download Study Notes PDF
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: September 13th, 2023

कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन चर्चा में क्यों: आतंकवाद के मामलों की जांच से संबंधित अनुभवों को साझा करने के बारे में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन, वर्चुअल कॉन्फ्रेंस का आयोजन 19 अप्रैल 2022 को भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा किया गया, इस वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में भारत, मालदीव, मॉरीशस, श्रीलंका और बांग्लादेश के पैनलिस्ट और प्रतिभागियों ने भाग लिया।
लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में अंतरराष्ट्रीय करंट अफेयर्स विषय से कई प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां, हम आपको हाल ही में आयोजित कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन पर सम्पूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं जो आगामी UPPSC, UP Lekhpal, UPPSC RO/ARO आदि परीक्षाओं के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण होगा।
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कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (CSC) क्या है?
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन एक क्षेत्रीय सुरक्षा समूह है जिसे प्रारंभिक रूप से 2011 में एक त्रिपक्षीय हिंद महासागर समुद्री सुरक्षा समूह के रूप में गठित किया गया था जिसके सदस्य भारत, श्रीलंका और मालदीव थे।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में कौन कौन से सदस्य शामिल है?
प्रारम्भ में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन को 3 सदस्यों द्वारा शुरू किया था लेकिन 2021 में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन ने अपनी सदस्यता और इसके दायरे दोनों का विस्तार किया वर्तमान में कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में 4 सदस्य और 2 प्रेक्षक देश शामिल है-
- भारत (सदस्य)
- श्रीलंका (सदस्य)
- मालदीव (सदस्य)
- मॉरीशस (सदस्य)
- बांग्लादेश (प्रेक्षक)
- सेशल्स (प्रेक्षक)
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन का उद्देश्य क्या है?
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन का उद्देश्य समुद्री सुरक्षा में घनिष्ठ सहयोग के लिए एक मंच तैयार करना और नार्को-तस्करी, मानव तस्करी, समुद्री डकैती, आतंकवाद और उग्रवाद जैसी चुनौतियों का समाधान करना है।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन के लक्ष्य
प्रारंभ में, कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन में चार लक्ष्यों को निर्धारित किया गया था परन्तु कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (2022) के हालिया संस्करण में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने हेतु एक नए लक्ष्य को इसमें शामिल किया गया है-
- सुरक्षा और समुद्री सुरक्षा
- आतंकवाद और कट्टरवाद का मुकाबला
- अवैध व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय संगठित अपराध का सामना करना
- साइबर सुरक्षा, महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे और प्रौद्योगिकी की सुरक्षा
- मानवीय सहायता और आपदा राहत
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन का महत्व
सैन्य और सुरक्षा सहयोग पर जोर देने वाला कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन, वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति के संदर्भ में इस क्षेत्र में महत्व प्राप्त करता है, भारत के लिए कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन निम्नलिखित पहलुओं पर महत्वपूर्ण साबित हो सकता है-
- समुद्री सुरक्षा- कॉन्क्लेव “कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन फोकस्ड ऑपरेशन” आयोजित करता है जो हिंद महासागर को वाणिज्यिक शिपिंग, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैध समुद्री गतिविधियों के संचालन के लिए सुरक्षित और सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- सूचनाओं का आदान-प्रदान – कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन सूचनाओं के समय पर आदान-प्रदान के माध्यम से क्षेत्र में मौजूदा सद्भाव को और बेहतर बनाता है।
- एजेंसियों के बीच सहयोग – कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन सुरक्षा एजेंसियों के बीच अधिक समझ और अंतःक्रियाशीलता में सहायता करेगा।
- साइबर सुरक्षा – कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन डीप वेब, डार्क नेट, डिजिटल फोरेंसिक, साइबर थ्रेट इंटेलिजेंस जैसी प्रमुख चुनौतियों का समाधान करने में मदद करता है।
- पर्यावरणीय खतरों से निपटना – एमवी एक्सप्रेस पर्ल, एमटी न्यू डायमंड और एमवी वाकाशियो जैसी हालिया घटनाओं ने हिंद महासागर में व्यापक पैमाने पर समुद्री प्रदूषण का कारण बना, कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन इस संबंध में भी अपना ध्यान केंद्रित करता है।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन पीडीएफ डाउनलोड
लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स के कई प्रश्न पूछे जाते हैं। यहां, हम आपको कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन सबसे महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय विषय कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन की पीडीएफ प्रदान कर रहे हैं जो आगामी उत्तर प्रदेश राज्य परीक्षा जैसे यूपीपीएससी में पूछा जा सकता है।
कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन की मुफ्त पीडीएफ यहां डाउनलोड करें |