UPSC Prelims Syllabus in Hindi 2023 – सामान्य अध्ययन और CSAT पाठ्यक्रम
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: November 14th, 2023
UPSC Prelims Syllabus in Hindi: हर साल संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आधिकारिक अधिसूचना के साथ यूपीएससी सिलेबस जारी किया जाता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2023 को उत्तीर्ण करने के लिए, यूपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस को विस्तृत और व्यापक तरीके से समझना महत्वपूर्ण है। आईएएसस प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम में सामान्य अध्ययन (जी.एस.) 1 और सामान्य अध्ययन (जी.एस.) 2 नामक प्रश्नपत्र होते हैं। यू.पी.एस.सी. प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रमका सामान्य अध्ययन (जी.एस.) का प्रश्नपत्र 1 उम्मीदवारों का स्कोर निर्धारित करता है और सामान्य अध्ययन (जी.एस.) का प्रश्नपत्र 2 अर्हता (क्वालिफाइंग) प्रकृति का है, इसमें उम्मीदवार को 33% से अधिक स्कोर करना होता है।
आगामी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम हिंदी में डाउनलोड करना चाहिए और अपनी तैयारी को शुरू करना चाहिए। यू.पी.एस.सी. आईएएस प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम अंग्रेजी और हिंदी दोनों में जारी करता है। नीचे UPSC Prelims Syllabus in Hindi 2023 के बारे में सभी विवरण दिए गए हैं जिसमें प्रश्नपत्र 1 और प्रश्नपत्र 2 दोनों में ही शामिल विषय के साथ-साथ टॉपिक विषयों का भार, नवीनतम बदलाव और भी बहुत कुछ शामिल है।
Table of content
- 1. UPSC Prelims Syllabus in Hindi
- 2. UPSC Prelims Syllabus in Hindi PDF
- 3. UPSC Prelims 2023 Syllabus: प्रश्नपत्र 1
- 4. इतिहास हेतु UPSC प्रीलिम्स सिलेबस 2023
- 5. UPSC Prelims Syllabus in Hindi: भूगोल पाठ्यक्रम
- 6. यूपीएससी प्रारंभिक पर्यावरण पाठ्यक्रम
- 7. यूपीएससी प्रारंभिक राजव्यवस्था पाठ्यक्रम
- 8. अर्थशास्त्र Prelims Syllabus in Hindi
- 9. UPSC प्रीलिम्स सिलेबस – विज्ञान पाठ्यक्रम
- 10. IAS Prelims Syllabus in Hindi (प्रश्नपत्र 2: सीसैट)
- 11. UPSC Prelims Syllabus in Hindi: प्रश्नपत्र 1
- 12. Subject Wise Weightage in UPSC Prelims Syllabus
UPSC Prelims Syllabus in Hindi
यूपीएससी प्रीलिम्स सिलेबस आईएएस परीक्षा के पहले चरण का पाठ्यक्रम है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों, अर्थात प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार, में आयोजित की जाती है। अगले चरण के लिए पात्र होने के लिए उम्मीदवारों को प्रत्येक चरण में उत्तीर्ण होना होगा। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) एक छंटनी (एलिमिनेशन) जैसी प्रक्रिया है क्योंकि लगभग 5-7% आवेदक प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) में यूपीएससी का कटऑफ क्लियर कर पाते हैं।
यूपीएससी 2023 परीक्षा की आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया गया है:
- प्रश्नपत्र 1 – सामान्य अध्ययन हेतु यू.पी.एस.सी. प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम
- प्रश्नपत्र 2 – सीसैट हेतु यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम
UPSC Prelims Syllabus in Hindi को पूरा करने के बाद, उम्मीदवारों को समय पर यूपीएससी मुख्य परीक्षा (मेन्स) पाठ्यक्रम को कवर करना चाहिए। प्रारंभिक, मुख्य और वैकल्पिक पाठ्यक्रम के बारे में विस्तार से जानने के लिए आधिकारिक यूपीएससी पाठ्यक्रम को देखें।
UPSC Prelims Syllabus in Hindi PDF
आधिकारिक वेबसाइट पर यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) द्वारा आईएएस अधिसूचना के साथ आधिकारिक यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम 2023 जारी किया गया है। तैयारी की ठोस रणनीति बनाने के लिए लिंक पर जाकर नवीनतम यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम 2023 का पी.डी.एफ. डाउनलोड करें।
- यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम 2023 पीडीएफ अंग्रेजी में
- UPSC Prelims Syllabus in Hindi PDF
यहां उल्लिखित यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) पाठ्यक्रम पीडीएफ अंग्रेजी और हिंदी दोनों में है। पाठ्यक्रम पीडीएफ का उपयोग करने के लिए सबसे अच्छी रणनीति यह है कि इसे अपने अध्ययन करने के स्थान पर कहीं चिपका लें और कवर किए गए विषयों के लिए एक चेकलिस्ट की तरह इसका उपयोग करें।
UPSC Prelims 2023 Syllabus: प्रश्नपत्र 1
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) के प्रश्नपत्र 1 के पाठ्यक्रम में भूगोल, अर्थव्यवस्था, सामान्य विज्ञान, राजनीति और शासन और समसामयिकी (करेंट अफेयर्स) विषय शामिल हैं। नीचे हम प्रत्येक विषय के UPSC Prelims 2023 Syllabus (प्रश्नपत्र 1) विवरण को कवर करेंगे। आधिकारिक पाठ्यक्रम के अनुसार, प्रश्नपत्र 1 के लिए UPSC प्रारंभिक पाठ्यक्रम 2023 में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:-
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ (करेंट अफेयर्स)।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन I
- भारत एवं विश्व का भूगोल: भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राज्यतंत्र और शासन – संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे इत्यादि I
- आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है I
- सामान्य विज्ञान I
आगामी यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए कवर किए जाने वाले सभी महत्वपूर्ण विषयों के साथ-साथ विस्तृत यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम विषय-वार नीचे दिया गया है।
इतिहास हेतु UPSC प्रीलिम्स सिलेबस 2023
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम के इस खंड में उल्लेख किया गया है कि इस प्रश्नपत्र के प्रश्न “भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन” पर आधारित होंगे। इस भाग में अच्छे अंक अर्जित करने के लिए उम्मीदवारों को अच्छी तैयारी करनी चाहिए। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में इतिहास में प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास शामिल हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के इतिहास पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने वाले विषयों की सूची देखें।
UPSC Prelims Syllabus in Hindi: प्राचीन इतिहास
- प्रागैतिहासिक काल
- महाजनपद
- मौर्य काल
- मौर्योत्तर काल
- गुप्त काल
- सिंधु घाटी सभ्यता
- ऋग्वैदिक काल
- वेदोत्तर काल
- जैन धर्म
- बौद्ध धर्म
- हर्षवर्धन काल
- संगम काल (दक्षिण-भारतीय राजवंश)
UPSC Prelims Syllabus in Hindi: मध्यकालीन इतिहास
- प्रारंभिक मध्यकालीन भारत के प्रमुख राजवंश (प्रतिहार, पल्लव, चालुक्य, राष्ट्रकूट)
- चोल और दक्षिण-भारतीय राज्य
- उत्तर-भारतीय साम्राज्य की स्थापना
- मुगल साम्राज्य
- प्रारंभिक मुस्लिम आक्रमण
- दिल्ली सल्तनत
- अफगान, राजपूत और मुगल
- मराठा और अन्य भारतीय राज्य
- मुगल साम्राज्य का पतन
- विजयनगर साम्राज्य
UPSC प्रीलिम्स सिलेबस: आधुनिक इतिहास
- यूरोपीय लोगों का आगमन
- 1857 का विद्रोह
- सामाजिक-धार्मिक सुधार
- किसान आंदोलन
- क्रांतिकारी राष्ट्रवाद
- 1857 के बाद प्रशासनिक परिवर्तन
- सिविल सेवाओं का विकास
- ब्रिटिश विस्तार
- 1857 से पहले का प्रशासन
- अंग्रेजों की आर्थिक नीतियां
- ब्रिटिश प्रशासन का प्रभाव
- शिक्षा का विकास
- प्रेस का विकास
- भारत के गवर्नर-जनरल और वायसराय
- भारतीयों का संवैधानिक विकास
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-I (1905-1918)
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-II (1918-1929)
- भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन-III (1930-1947)
UPSC Prelims Syllabus in Hindi: भूगोल पाठ्यक्रम
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के भूगोल पाठ्यक्रम के अनुसार, इस खंड में भारत और दुनिया का सामाजिक, भौतिक और आर्थिक भूगोल शामिल है, भूगोल इतिहास की तरह एक विशाल विषय है और यह आईएएस मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय के रूप में भी उपलब्ध है। उम्मीदवारों को यूपीएससी के लिए विस्तृत भूगोल पाठ्यक्रम को ध्यानपूर्वक देखना चाहिए ताकि वे बेहतर तरीके से अपनी तैयारी को अंजाम दे सकें।
भारतीय भूगोल का आईएएस प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम:
- भारत का भौतिक भूगोल
- जल निकासी व्यवस्था (ड्रेनेज सिस्टम)
- जलवायु
- भारत में मिट्टी
- प्राकृतिक वनस्पति
- जनसंख्या
- बंदोबस्त और शहरीकरण
- भूमि संसाधन
- खनिज संसाधन
- ऊर्जा संसाधन
- कृषि और बुनियादी शब्दावली
- कृषि में हालिया विकास
- फसलों की उत्पादकता
- उद्योग
- परिवहन
- उद्योग और परिवहन में हालिया विकास
सामान्य भूगोल का आईएएस प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम:
- ब्रह्मांड
- पृथ्वी का उद्भव
समुद्र विज्ञान (औशेयनोग्रफ़ी):
- जलमंडल (हाइड्रोस्फियर)
- लहरें, महासागर, धाराएं, ज्वार
- समुद्री संसाधन
- अंत:समुद्री (सबमैरीन) राहत सुविधाएँ
- तापमान और लवणता
- महासागर, तलछट (डिपॉजिट्स) और मूंगे
भू-आकृति विज्ञान (जिओमॉर्फोलॉजी):
- पृथ्वी का आंतरिक भाग
- भूकंप और ज्वालामुखी
- महाद्वीपों और महासागरों का वितरण
- जमीन का प्राकृतिक रूप (लैंडफॉर्म) और उनका विकास
- भूविज्ञान और रॉक सिस्टम
- भू-आकृति (जियोमॉर्फिक) प्रक्रिया
- दुनिया भर में भू-आकृतियाँ
जलवायु विज्ञानशास्र (क्लाइमेटोलॉजी):
- वातावरण
- वायु राशि, वाताग्र, चक्रवात और जेट प्रवाह
- हवा और दबाव बेल्ट
- वर्षण
- तापमान का व्युत्क्रम
- सूर्यताप और ऊष्मा बजट
- विश्व के जलवायु क्षेत्र
जीव भूगोल:
- मृदा के लक्षण
- वनस्पति संसाधन
मानव और आर्थिक भूगोल:
- जनसांख्यिकी और जनगणना
- आर्थिक गतिविधियां
- परिवहन और संचार
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
- मानव विकास
- बस्ती
विश्व क्षेत्रीय भूगोल:
- महाद्वीप, देश और शहर
- समाचारों में रहें स्थान
यूपीएससी प्रारंभिक पर्यावरण पाठ्यक्रम
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र 1 के पाठ्यक्रम में पर्यावरण और पारिस्थितिकी भी शामिल है। हाल के वर्षों में, इस खंड में कई प्रश्न पूछे गए हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पर्यावरण पाठ्यक्रम में दो प्रमुख खंड शामिल हैं – पारिस्थितिकी और पर्यावरण और जैव विविधता। UPSC Prelims Syllabus in Hindi 2023 के तहत पर्यावरण के कवर किए जाने वाले विषयों की सूची देखें।
पारिस्थितिकी और पर्यावरण:
- प्रजातियों का अनुकूलन और अंतःक्रियाएं
- स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र
- जीवन रूपों की उत्पत्ति
- पारिस्थितिकी की मूल अवधारणाएं
- पारिस्थितिकी तंत्र कार्य
- जनसंख्या पारिस्थितिकी
- जलीय पारिस्थितिकी तंत्र
- पोषक तत्व चक्र
जैव विविधता:
- जैव-विविधता की मूल बातें
- जैव विविधता के लिए खतरा
- पशु और पौधों की विविधता
- मैंग्रोव
- प्रवाल भित्ति
- जैव विविधता संरक्षण
- मुहाना
- आर्द्रभूमि
अन्य महत्वपूर्ण विषय:
- संसाधन अवक्रमण और प्रबंधन
- पर्यावरण प्रदूषण
- जलवायु परिवर्तन
- पर्यावरण शासन (गवर्नेंस)
यूपीएससी प्रारंभिक राजव्यवस्था पाठ्यक्रम
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए भारतीय राजनीति और शासन पाठ्यक्रम में राजनीतिक व्यवस्था, संविधान, सार्वजनिक नीति, पंचायती राज, अधिकार संबंधी मुद्दे आदि शामिल हैं। यह यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम 2023 के सबसे बड़े खंड़ों में से एक है और राजव्यवस्था से लगभग 12-14 प्रश्न पूछे जाते हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2023 के लिए राजव्यवस्था के महत्वपूर्ण विषयों को नीचे देखें। बेहतर तैयारी के लिए यूपीएससी हेतु राजव्यवस्था की किताबों को देखें।
भारतीय संविधान की प्रस्तावना:
- प्रस्तावना की विशेषताएं
- 42वां संशोधन
- स्वर्ण सिंह समिति
भारत का संविधान:
- सभी अनुच्छेदों के बारे में मूल विचार
- मसौदा समिति और संविधान का निर्माण
- अन्य संविधानों का प्रभाव
- ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- इसकी मुख्य विशेषताएं
अनुसूचियां: 12 अनुसूचियों के बारे में मूल विचार
नागरिकता:
- अनुच्छेद 5-11
- भारतीय मूल के व्यक्ति (PIO), अनिवासी भारतीय (NRI), प्रवासी भारतीय नागरिकता (OCI) और प्रवासी भारतीय दिवस
- नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2016
- नई नीतियां, योजनाएं और मतदान में हाल के बदलाव।
- भारतीय नागरिकों और विदेशियों के लिए उपलब्ध विशेषाधिकार
संघ और उसके क्षेत्र:
- अनुच्छेद 1-4
- संघीय प्रकृति
- समसामयिक मुद्दे
- राज्य पुनर्गठन और विभिन्न आयोग
मौलिक अधिकार (FR):
- अनुच्छेद 12-35
- विभिन्न प्रकार की रिट्स
- मौलिक अधिकार के प्रवर्तन और असाधारण मामले
- आरटीई (RTI) और मौलिक अधिकार से संबंधित हालिया मुद्दे
- अनुच्छेद 14-30 और अनुच्छेद 32 की गहन समझ।
- केवल भारतीय नागरिकों को तथा नागरिकों तथा विदेशियों दोनों को उपलब्ध अधिकार और विशेषाधिकार
- 44 वां संशोधन अधिनियम
मौलिक कर्तव्य (FD):
- अनुच्छेद 51(क)
- मौलिक कर्तव्यों का प्रवर्तन
- मौलिक कर्तव्यों से जुड़े हाल के मुद्दे
- मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्य के बीच अंतर
- महत्व और आलोचना
राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत (DPSP):
- अनुच्छेद और अनुच्छेद 36-51 और अनुच्छेद 368 के बारे में मूल विचार
- डी.पी.एस.पी. के स्रोत और प्रमुख विशेषताएं
- डी.पी.एस.पी. का वर्गीकरण
- केशवानंद भारती, मिनर्वा मिल्स, गोलकनाथ केस, मेनका गांधी केस
- महत्वपूर्ण संशोधन- 42वां संशोधन, 44वां संशोधन और 97वां संशोधन
- मौलिक अधिकारों और निर्देशक सिद्धांतों के बीच तुलना/संघर्ष
संघ:
- अनुच्छेद 52-73 का मूल विचार
- योग्यता और चुनाव
- कार्य और शक्तियाँ- (कार्यकारी, विधायी, वित्तीय, न्यायिक, राजनयिक, सैन्य और आपातकालीन शक्तियाँ)
- प्रधान मंत्री और मंत्रिपरिषद- अनुच्छेद 74-75 के बारे में मूल विचार
- त्यागपत्र और महाभियोग
- प्रधान मंत्री, मंत्री परिषद, कैबिनेट मंत्रियों की भूमिका और जिम्मेदारियां और संबंध
- शक्तियां और कार्य
- मंत्रिपरिषद
- त्यागपत्र और पद से हटाना
- महान्यायवादी (अटार्नी जनरल)
- संसद
न्यायतंत्र:
- अनुच्छेद का मूल विचार न्यायपालिका से संबंधित है।
- योग्यता और नियुक्ति
- हटाने की प्रक्रिया
- हालिया विवाद, फैसले और संवैधानिक प्रावधान।
- सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय की शक्तियाँ
राज्य सरकार-राज्य कार्यकारिणी:
- राज्यपाल- नियुक्ति, पद से हटाना और विशेष शक्तियाँ।
- कार्यकारी, विधायी, वित्तीय और न्यायिक शक्तियां और राज्यपाल का विवेकाधिकार
- मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद
- मुख्यमंत्री की शक्ति
- राज्य विधानमंडल
- सातवां संविधान संशोधन
- केंद्र शासित प्रदेशों (UT) का प्रशासन
- दिल्ली के लिए विशेष प्रावधान
- संघ शासित प्रदेशों में प्रशासन और अधिकार क्षेत्र
विशेष क्षेत्रों का प्रशासन:
- 5 वीं अनुसूची और 6 वीं अनुसूची के बारे में मूल विचार
- जम्मू और कश्मीर से संबंधित संवैधानिक प्रावधानों के बीच अंतर
- विशेष क्षेत्रों के प्रशासन से संबंधित हालिया मुद्दे
- जम्मू और कश्मीर के लिए विशेष प्रावधान-अनुच्छेद 370
आपातकालीन प्रावधान:
- राष्ट्रीय आपातकाल-अनुच्छेद 352
- आपातकाल के प्रभाव और निहितार्थ
- आपातकाल में राष्ट्रपति की भूमिका
- मौलिक अधिकार, लोकसभा और राज्य सभा की स्थिति
- आपातकाल समाप्त करना
- राष्ट्रपति शासन या राज्य आपातकाल- अनुच्छेद 356
- वित्तीय आपातकाल- अनुच्छेद 360
- 44वां संशोधन अधिनियम
पंचायती राज और नगर पालिकाएं:
- पंचायतों के चुनाव, लेखा परीक्षा, शक्तियां और अधिकार
- 3 स्तरीय संरचना
- मौलिक अधिकार और राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत के साथ संबंध
- शुरू की गईं योजनाएं
- 73वां संशोधन अधिनियम और 74वां संशोधन अधिनियम
- महानगर योजना समिति और शहरी विकास
राज्य-केंद्र और अंतरराज्यीय संबंध:
- अनुच्छेद 262 और 263 के बारे में मूल विचार
- राज्यों के बीच हालिया मतभेद, विवाद, आदि
- अंतरराज्यीय संबंधों को प्रभावित करने वाली नई नीतियां या योजनाएं
- अंतरराज्यीय परिषद और क्षेत्रीय परिषद की संरचना और कार्य
- अंतरराज्यीय व्यापार और वाणिज्य
संवैधानिक निकाय:
- चुनाव आयोग
- वित्त आयोग
- राष्ट्रीय अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग,
- संवैधानिक निकायों की संरचना, शक्तियां और कार्य तथा इन्हें हटाना
- यूपीएससी (UPSC)
- एस.पी.एस.सी.(SPSC)
- जे.पी.एस.सी.(JPSC)
गैर-संवैधानिक निकाय:
- केंद्रीय जांच ब्यूरो, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, केंद्रीय सूचना आयोग, केंद्रीय सतर्कता आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, राज्य सूचना आयोग आदि जैसे गैर-संवैधानिक निकायों के कार्यों, संरचना और कामकाज का मूल विचार।
न्यायाधिकरण (ट्राइब्यूनल):
- अनुच्छेद 323 ए और अनुच्छेद 323 बी के तहत न्यायाधिकरण के बारे में मूल विचार
- विभिन्न न्यायाधिकरण और महत्व
- न्यायाधिकरणों से संबंधित हालिया विवादास्पद मुद्दे
समसामयिक मुद्दे (करेंट अफेयर्स):
- उपरोक्त श्रेणियों से संबंधित हालिया मुद्दे
- सरकार द्वारा शुरू किए गए महत्वपूर्ण कानून, योजनाएं, कार्यक्रम, मिशन और नीतियां।
- हाल के सरकारी विधेयक और गवर्नेंस (शासन)-कार्रवाइयां
अर्थशास्त्र Prelims Syllabus in Hindi
भारतीय अर्थव्यवस्था का खंड UPSC प्रारंभिक पाठ्यक्रम और मुख्य परीक्षा पाठ्यक्रम दोनों के लिए ही लागू है। यह यूपीएससी मुख्य परीक्षा में भी एक वैकल्पिक विषय है। इस खंड में अच्छा स्कोर करने के लिए उम्मीदवारों को भारतीय अर्थव्यवस्था से संबंधित समसामयिक मामलों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए अर्थव्यवस्था का पाठ्यक्रम देखें।
- बुनियादी अवधारणाएँ – समष्टि आर्थिक और व्यष्टि आर्थिक अवधारणाएँ
- मुद्रा और बैंकिंग – भारत में बैंकिंग ढ़ांचे के साथ-साथ मुद्रा के कार्य और वर्गीकरण, वित्तीय बाजार और इसके उपकरण
- आर्थिक माप – राष्ट्रीय आय और इसकी गणना, आर्थिक वृद्धि और विकास और मुद्रास्फीति
- योजना- अर्थ, उद्देश्य और इतिहास, नीति आयोग, भारत में पंचवर्षीय योजनाओं के साथ योजना संस्थान
- भारत में सार्वजनिक वित्त – भारत में बजट, कर संरचना
- राजकोषीय नीति, केंद्र-राज्य वितरण
- खुली अर्थव्यवस्था – विदेश व्यापार अवधारणाएं, हालिया विकास
- अंतर्राष्ट्रीय संगठन, व्यापार समझौते
- आर्थिक क्षेत्र – गरीबी, रोजगार और बेरोजगारी
- सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम
UPSC प्रीलिम्स सिलेबस – विज्ञान पाठ्यक्रम
आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम में अधिकांश प्रश्न समाचारों के विषयों/मुद्दों से आते हैं। इसलिए उम्मीदवारों को यूपीएससी की किताबों के साथ-साथ करेंट अफेयर्स की तैयारी में समय बिताने की जरूरत है। सामान्य विज्ञान के लिए UPSC Prelims Syllabus in Hindi के अंतर्गत आने वाले विषय निम्नलिखित हैं:
- कोशिकांग – पादप कोशिका बनाम जंतु कोशिका
- कार्बोहाइड्रेट – मोनोसेकेराइड, पॉलीसेकेराइड्स
- प्रोटीन – अमीनो एसिड, एंजाइम
- यूनिवर्स – बिग-बैंग, रेडशिफ्ट, ब्लूशिफ्ट
- स्टार फॉर्मेशन – तारकीय विकास, एक स्टार का जीवन चक्र
- सौर मंडल का निर्माण – लाप्लास का नेबुलर सिद्धांत
- भारत का तीन चरणों वाला परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम
- विटामिन और खनिज – कमी से होने वाले रोग
- सूर्य – आंतरिक संरचना, वातावरण
- परमाणु विखंडन, परमाणु रिएक्टर प्रकार
- जंतु ऊतक – उपकला, संयोजी ऊतक
- सौर मंडल – ग्रह, आंतरिक ग्रह, बाहरी ग्रह
- न्यूक्लिक एसिड – डी.एन.ए. और आर.एन.ए., पुनः संयोजक डी.एन.ए.
- समसूत्री विभाजन – कोशिका चक्र, कोशिका विभाजन, अर्धसूत्री विभाजन – समसूत्री विभाजन – अर्धसूत्री विभाजन तुलना
- अंतःस्रावी ग्रंथियां और हार्मोन
- जैविक वर्गीकरण
- पौधों और जानवरों के पांच जगत वर्गीकरण
- पौधे के भाग और उनके कार्य
- मानव पाचन तंत्र – पाचन ग्रंथियां
- श्वसन प्रणाली – एन.सी.ई.आर.टी. सामान्य विज्ञान
- वसा – स्वस्थ वसा और अस्वास्थ्यकर वसा
- लिंग निर्धारण – आनुवंशिक विकार
- सूक्ष्मजीवों के कारण होने वाले रोग
- मानव कल्याण में सूक्ष्मजीव – उपयोगी सूक्ष्मजीव
- प्रतिरक्षा – मानव प्रतिरक्षा प्रणाली
- मानव तंत्रिका तंत्र – मानव मस्तिष्क
- पेशी और कंकाल प्रणाली
- वंशानुक्रम – मेंडल के वंशानुक्रम के नियम, गुणसूत्र सिद्धांत, मानव जीनोम परियोजना
- रक्त – रक्त समूह – निर्मित तत्व
- संचार प्रणाली, दोहरा परिसंचरण
- उत्सर्जन प्रणाली – गुर्दा, मूत्र निर्माण
- पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति और विकास
- एड्स, कैंसर – कारण
- ड्रग्स और शराब का दुरुपयोग
- रोग – तीव्र, जीर्ण, संचारी रोग
- पादप जगत – हेलोफाइट्स, ब्रायोफाइट्स
- पौधों में लैंगिक और अलैंगिक जनन
- जंतु जगत का वर्गीकरण (एनिमेलिया )
- कशेरुकाओं का वर्गीकरण (फाइलम कॉर्डेटा)
- मानव प्रजनन प्रणाली
- बीज वाले पौधे – जिम्नोस्पर्म और एंजियोस्पर्म
- पादप ऊतक – सरल, जटिल स्थायी ऊतक
- पादप पोषण – प्रकाश संश्लेषण, नाइट्रोजन चक्र, स्थरीकरण
- जैव प्रौद्योगिकी – आनुवंशिक इंजीनियरिंग – प्रक्रियाएं और अनुप्रयोग
- परमाणु सिद्धांत – एक परमाणु की संरचना
IAS Prelims Syllabus in Hindi (प्रश्नपत्र 2: सीसैट)
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र 2 के पाठ्यक्रम को सीसैट (सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट) पाठ्यक्रम के रूप में भी जाना जाता है, सीसैट पाठ्यक्रम इसके शुरू के बाद से ही आईएएस प्रारंभिक परीक्षा के पाठ्यक्रम का हिस्सा रहा है। वर्ष 2014-15 में, सीसैट को 33% अंक के उत्तीर्ण मानदंड के साथ “अर्हता परीक्षा” घोषित किया गया था। इस खंड का उद्देश्य आईएएस उम्मीदवारों के विश्लेषणात्मक कौशल की जांच करना है। उम्मीदवार यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं और जल्द से जल्द अपनी तैयारी शुरू कर सकते हैं।
- बोधगम्यता (कॉम्प्रिहेन्शन);
- संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल;
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता;
- निर्णय लेना और समस्या समाधान;
- सामान्य मानसिक योग्यता;
- आधारभूत संख्ययन (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार-क्रम आदि) (दसवीं कक्षा का स्तर); आँकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि- दसवीं कक्षा का स्तर);
UPSC Prelims Syllabus in Hindi: प्रश्नपत्र 1
उम्मीदवार प्रश्नपत्र 1 और प्रश्नपत्र 2 दोनों के लिए UPSC Prelims Syllabus in Hindi में भी देख और डाउनलोड कर सकते हैं। यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम प्रश्नपत्र 1 में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:-
- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- भारत एवं विश्व का भूगोल : भारत एवं विश्व का प्राकृतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल
- भारतीय राज्यतंत्र और शासन- संविधान, राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकारों संबंधी मुद्दे इत्यादि
- आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत् विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे, जिनके लिये विषयगत विशेषज्ञता आवश्यक नहीं है
- सामान्य विज्ञान
Subject Wise Weightage in UPSC Prelims Syllabus
आईएएस प्रारंभिक परीक्षा पाठ्यक्रम के प्रश्नपत्र 1 में कई विषय शामिल हैं। प्रत्येक विषय से पूछे गए प्रश्नों की संख्या प्रत्येक वर्ष भिन्न–भिन्न होती है। यू.पी.एस.सी. प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र 1 में पूछे गए प्रश्नों की कुल संख्या 100 होती है जबकि यूपीएससी सीसैट के प्रश्नपत्र में 80 प्रश्न पूछे जाते हैं। यूपीएससी परीक्षा विश्लेषण के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों के UPSC Prelims Syllabus in Hindi का वितरण निम्नलिखित है।
वर्ष | 2021 | 2020 | 2019 | 2018 | 2017 | 2016 | 2015 |
समसामयिकी (करेंट अफेयर्स) | 27 | 18 | 22 | 14 | 15 | 27 | 22 |
इतिहास | 20 | 20 | 17 | 22 | 14 | 15 | 17 |
भूगोल | 10 | 10 | 14 | 10 | 9 | 7 | 16 |
राजव्यवस्था | 14 | 17 | 15 | 13 | 22 | 7 | 13 |
अर्थव्यवस्था | 10 | 15 | 14 | 18 | 16 | 18 | 13 |
विज्ञान प्रौद्योगिकी | 8 | 10 | 7 | 10 | 9 | 8 | 8 |
पर्यावरण | 11 | 10 | 11 | 13 | 15 | 18 | 11 |