भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे?
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: November 14th, 2023
भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ. बी. आर. अंबेडकर थे। इसी समिति ने संविधान का प्रारूप प्रस्तुत किया। संविधान सभा 6 दिसंबर 1946 को हुआ था। इसके तहत संविधान निर्माण की समिति बनी जिसे ड्राफ्ट कमेटी भी कहते हैं। इस समिति का एकल कार्य था भारत के संविधान का कुशलपूर्वक निर्माण। प्रारूप समिति ने नए संविधान का प्रारूप तैयार करने के लिए अध्यक्ष सहित 7 सदस्यों का समूह नियुक्त किया।
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भारतीय संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष
संविधान सभा में संविधान का अंतिम प्रारूप प्रस्तुत करते हुए 26 नवंबर 1949 को भीमराव अंबेडकर ने जो भाषण दिया था, उसमें उन्होंने संविधान निर्माण का श्रेय बीएन राव को भी दिया है। संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष आंबेडकर थे।
भारतीय संविधान सभा ने भीमराव अम्बेडकर की अध्यक्षता में भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए मसौदा समिति का गठन किया। संविधान सभा ने दो साल 11 महीने और 18 दिन में संविधान तैयार किया था। कुल 166 बैठकें हुईं। प्रेस और आम आदमी कुछ बैठकों में भाग लेने के लिए स्वतंत्र थे।
इसके परिणामस्वरूप एक संविधान-निर्माण समिति, जिसे मसौदा समिति भी कहा जाता है, का गठन किया गया था। 26 नवंबर, 1949 को संविधान सभा ने संविधान को अपनाया, जिस पर उसके सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर किए थे। विधानसभा ने कुल 7,635 में से प्रस्तावित संविधान में 2,473 संशोधनों को स्थानांतरित किया, बहस की और खारिज कर दिया।
प्रारूप समिति के सदस्य थे:
- डॉ बी. आर. अम्बेडकर।
- अल्लादी कृष्णास्वामी अय्यर।
- कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी
- मोहम्मद सादुत्ता।
- एन गोपालस्वामी अय्यंगर।
- बी.एल. मिटर।
- डी.पी. खेतान।
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