इकोसिस्टम शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया था?
By Balaji
Updated on: February 17th, 2023
इकोसिस्टम शब्द का प्रयोग सबसे पहले ब्रिटिश इकोलोजिस्ट आर्थर टैन्सले ने 1935 में एक पुस्तक में किया था। टैन्सले ने 1902 में न्यू फाइटोलॉजिस्ट की स्थापना की और 1931 तक इसके संपादक के रूप में कार्य किया। इसके अलवा वह ब्रिटेन में इकोलॉजी के विज्ञान के खोजकर्ता थे। सभी जीवित और निर्जीव चीजों (पौधों, जानवरों, जीवों, सूर्य, जल, जलवायु आदि) के बीच के संबंध को इकोसिस्टम कहा जाता है। मान लीजिये भेड़ और शेर के बीच का संबंध; आपने आपको जिन्दा रखने के लिए, शेर भेड़ों को खाता है जिसे इसका प्रभाव उसी क्षेत्र में रहने वाले अन्य जीवों और पौधों पर पड़ता है।
Table of content
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1. इकोसिस्टम शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग
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2. इकोसिस्टम शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया था?
इकोसिस्टम शब्द का सर्वप्रथम प्रयोग
एजी टांसले वह वैज्ञानिक जिसने एक जैविक समुदाय और उसके भौतिक पर्यावरण के संयोजन को पारिस्थितिकी की मूलभूत इकाई के रूप में पहचाना। पारिस्थितिकी तंत्र स्टेम बायोस्फीयर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां, बायोटिक (जीवित चीजों का समुदाय) और अजैविक (भौतिक वातावरण) परस्पर क्रिया करते हैं। टैंसले ने पहली बार 1935 में “पारिस्थितिकी तंत्र” शब्द का इस्तेमाल किया था, हालांकि “बायोकेनोसिस” शब्द पहले इस्तेमाल में था।
बायोटिक संरचना को उस तरह से परिभाषित किया जाता है जिस तरह से जीव एक पारिस्थितिकी तंत्र के भीतर बातचीत करते हैं। किसी प्रजाति के प्रत्येक जीव में पर्यावरण में मौजूद अजैविक कारकों के लिए सहिष्णुता स्तर, इष्टतम सीमा और तनाव का क्षेत्र होता है; ये कारक एक इकोसिस्टम के निर्जीव भाग हैं जो इसके पर्यावरण को आकार देते हैं। एक इकोसिस्टम में तीन प्रकार होते हैं, जिसका दूसरा शब्द ‘बायोम’ है। तीन प्रमुख प्रकार हैं:
- जलीय बायोम: ये जल निकायों में पाए जाते है।
- स्थलीय बायोम: ये भूमि पर पाए जाते है।
- लेंटिक बायोम: ये जल और भूमि दोनों पर रहते है।
Summary:
इकोसिस्टम शब्द का प्रयोग सबसे पहले किसने किया था?
1935 में आर्थर टैन्सले ने इकोसिस्टम शब्द का प्रयोग सबसे पहले एक पुस्तक में किया था। इकोसिस्टम एक भौगोलिक क्षेत्र है जहां पौधे, जानवर और अन्य जीव, मिलकर एक श्रृंखला में काम करते हैं। यदि शेर ज्यादा भेड़ खाता है, तो इसका प्रभाव पौधों पर भी पड़ेगा क्योकि अगर भेड़िया कम होंगे तो पेड़ को भी कम खाया जायेगा जिससे की पेड़ फलने-फूलने लगेंगे।
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