hamburger

आवेश संरक्षण का नियम लिखिए।

By Balaji

Updated on: February 17th, 2023

आवेश संरक्षण का नियम यह है कि न तो आवेश को पैदा किया जा सकता है और न ही इसे नष्ट किया जा सकता है। इसे बस एक वस्तु से दुसरे वस्तु में स्थानातरित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए अगर काँच की एक छड़ को रेशम के बने कपड़े से रगड़ा जाता है, तब वह काँच की छड़ धन आवेशित (Positive Charged) व रेशम से बना कपड़ा ऋण आवेशित (Negative Charged) हो जाता है| इसके होने का कारण आवेश का संरक्षण नियम है जिसे Law of conservation of charge भी कहते हैं।

Table of content

(more)
  • 1. आवेश संरक्षण सिद्धांत के उदहारण (more)
  • 2. आवेश संरक्षण का नियम लिखिए। (more)

आवेश संरक्षण सिद्धांत के उदहारण

चार्ज संरक्षण भौतिकी में सिद्धांत है कि एक पृथक प्रणाली में कुल विद्युत आवेश कभी नहीं बदलता है। विद्युत आवेश की शुद्ध मात्रा, जिसे सकारात्मक आवेश की मात्रा घटाकर ब्रह्मांड में ऋणात्मक आवेश की मात्रा के रूप में परिभाषित किया जाता है, हमेशा संरक्षित रहती है।

इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन जैसे उपपरमाण्विक कण विद्युत आवेश को वहन करते हैं। आवेशित कणों को प्राथमिक कण प्रतिक्रियाओं में बनाया और नष्ट किया जा सकता है। कण भौतिकी में आवेश संरक्षण का अर्थ है कि अभिक्रियाओं में जो आवेशित कण उत्पन्न करते हैं, हमेशा धनात्मक और ऋणात्मक कणों की एक समान संख्या उत्पन्न होती है, जिससे कुल आवेश अपरिवर्तित रहता है। इसी प्रकार, जब कण नष्ट होते हैं, तो समान संख्या में धनात्मक और ऋणात्मक आवेश नष्ट हो जाते हैं। यह संपत्ति आज तक के सभी अनुभवजन्य अवलोकनों द्वारा समर्थित है।

  • एक पृथक निकाय में आवेश न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है जिसे हम आवेश संरक्षण का नियम कहते हैं।
  • आवेश संरक्षण सिद्धांत के उदाहरण हमने नीचे लिखे हैं। जब हम कांच की दो छड़ों को रेशम से रगड़ते हैं, तो उत्पन्न धनात्मक और ऋणात्मक आवेश बराबर होते हैं।
  • आवेश संरक्षण का नियम वैज्ञानिक बेंजामिन फ्रैंकलिन ने दिया था। इस नियम का प्रयोग मिलिकन ने 1912 में किया था। आवेश एक अदिश राशि है क्योंकि इसमें केवल दिशा होती है।
  • विद्युत एक ऐसी योगात्मक मात्रा है। जब किसी वस्तु में अलग-अलग भिन्नात्मक प्रावधान होते हैं, तो वस्तु पर कुल भिन्न उनके बीजगणितीय योग (अर्थात चिह्न के साथ योग) के बराबर होंगे।
  • किसी वस्तु पर आवेश उसके वेग पर स्थिर नहीं होता है।

Summary:

आवेश संरक्षण का नियम लिखिए।

किसी वस्तु का कुल आवेश नियत रहता है, इसे पैदा या नष्ट नहीं किया जा सकता है, यही न्यूलैंड का अष्टक नियम है। उदाहरण के लिए जब आप बालों में कंघा घिसते हैं तो कंघे पर आवेश आ जाता है और वह छोटे कागज के टुकड़े आकर्षित करता है।

Related Questions:

Our Apps Playstore
POPULAR EXAMS
GOVT. EXAMS
STATE EXAMS
GradeStack Learning Pvt. Ltd.Windsor IT Park, Tower - A, 2nd Floor, Sector 125, Noida, Uttar Pradesh 201303 help@byjusexamprep.com
Home Practice Test Series Premium