Answer: सदैव का संधि विच्छेद "सदा + एव" होता है।
सदैव वृद्धि संधि का उदाहरण है। दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। संधि के तीन प्रकार हैं: स्वर संधि, व्यंजन संधि और विसर्ग संधि।
Summary:
सदैव का संधि विच्छेद क्या है?
सदैव का संधि विच्छेद "सदा + एव" होता है। सदैव में "वृद्धि स्वर संधि" है। विसर्ग के साथ स्वर अथवा व्यंजन के मिलने से जो विकार उत्पन्न होता है उसे विसर्ग संधि कहते हैं|
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