भारतीय लोकतंत्र की दो विशेषताएं लिखिए।
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: September 13th, 2023
भारतीय लोकतंत्र की दो विशेषताएँ है, अभिव्यक्ति की आजादी और स्वतंत्रता का अधिकार। भारत जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा और क्षेत्रफल की दृष्टि से सातवाँ सबसे बड़ा देश है। भारत दुनिया की सबसे पुरानी मानव सभ्यताओं में से एक है, और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। यहाँ सरकारों को चुनने का अधिकार केवल जनता का होता है। भारत 1947 में आजाद हुआ। लोगों के पास अब अपने फैसले लेने का अधिकार था।
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भारतीय लोकतंत्र की विशेषताएँ
वर्ष 1950 में जब भारत गणतंत्र देश बना तो यहाँ के लोगों को कई अधिकार दिए गए, मूलभूत अधिकार के अलावा। इन सबमें दो अधिकार सबसे मुख्य है। भारत का लोकतंत्र शासन, लोगों को अपने तरह से तरह की आजादी देता है। साथ ही, उन्हें अपनी बात रखने का भी अधिकार है।
लोकतंत्र सरकार के एक ऐसे रूप को संदर्भित करता है जिसमें नागरिक सीधे सत्ता का प्रयोग करते हैं या शासी निकाय बनाने के लिए अपने बीच से प्रतिनिधियों का चुनाव करते हैं। मतदान प्रणाली लोगों को अपने नेताओं को चुनने की अनुमति देती है। प्रतिनिधि फिर से चुनाव के लिए दौड़ते हैं, और नागरिक उनके लिए मतदान करते हैं। प्रत्येक भारतीय नागरिक को सबसे अधिक वोट प्राप्त करने वाले प्रतिनिधि को वोट देने का अधिकार है।
भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अपने नेताओं के आधार पर चुनाव करने की शक्ति है। भारतीय लोकतंत्र की प्रमिख व्याख्या भारतीय संविधान में की हुयी है| भारतीय लोकतंत्र की दो विशेषताएं कुछ इस प्रकार से हैं|
- स्वतंत्रता का अधिकार – भारत का प्रत्येक नागरिक, भारत में कहीं भी रह या जा सकता है।
- अभिव्यक्ति की आजादी- भारत के किसी व्यक्ति या समुदाय का यह अधिकार है कि अपने मत और विचार को बिना दंड के डर के प्रकट कर सकता है।
Summary:
भारतीय लोकतंत्र की दो विशेषताएं लिखिए।
भारतीय लोकतंत्र की दो विशेषताएं हैं अभिव्यक्ति की आजादी और स्वतंत्रता का अधिकार। इनके अलावा भारत के लोकतंत्र की यह भी विशेषता है की भारत का लोकतंत्र लिखित संविधान पर आधारित है और भारत का लोकतंत्र समानता के सिद्धांत पर आधारित है|भारतीय लोकतंत्र के पांच लोकतांत्रिक सिद्धांत हैं – संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक और गणतंत्र।
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