बंगाल का शोक किस नदी को कहा जाता है?
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: November 9th, 2023
बंगाल का शोक दामोदर नदी को कहा जाता है। इसे ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इससे बर्धमान, हुगली, हावड़ा और मेदिनीपुर जिलों के कई इलाकों में विनाशक बाढ़ आती है। कभी-कभी बाढ़ के कारण दामोदर घाटी भी प्रभावित हो जाती है। दामोदर नदी झारखंड और पश्चिम बंगाल के राज्यों से होकर बहती है। यह खनिज संसाधनों से समृद्ध है और बड़े पैमाने पर खनन और औद्योगिक गतिविधियों का घर है। छोटा नागपुर पठार में हर साल जून और अगस्त के महीनों के बीच औसतन 1,400 मिमी बारिश होती है।
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बंगाल का शोक नदी
पहले इस नदी को ‘दुख की नदी’ के रूप में जाना जाता था क्योंकि इसने पश्चिम बंगाल के कई क्षेत्रों में बाढ़ ला दी थी। अब नदी निचले इलाकों को प्रभावित करती है, लेकिन यह नियंत्रण में है। दामोदर नदी छोटानागपुर की पहाड़ियों से निकलती है और एक भ्रंश घाटी से होकर बहती है। बराकर दामोदर की सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदी है। आइए यहां दामोदर नदी के बारे में अधिक तथ्यों पर एक नजर डालते हैं:
- ये नदी खनिज संसाधन में समृद्ध है, और दामोदर घाटी भी बड़े पैमाने पर खनन और औद्योगिक गतिविधियों का ढेर है।
- दामोदर नदी में कई सहायक नदियाँ और उप सहायक नदियाँ हैं, जैसे बराकर, कोनार, बोकारो, हाहरो, आदि।
- दामोदर घाटी को ‘भारत का रूहर’ कहा जाता है क्योंकि यहाँ बिजली उत्पादन के लिए कई बांध बनाती हैं।
- इस नदी की विनाशकारी बाढ़ के कारण इसे ‘बंगाल का शोक’ नाम दिया गया है।
- यह हुगली नदी में मिलती है जो कोलकाता से लगभग 48 किमी नीचे है।
Summary:
बंगाल का शोक किस नदी को कहा जाता है?
दामोदर नदी को बंगाल का शोक कहा जाता है। ये झारखण्ड के छोटा नागपुर क्षेत्र से निकलकर पश्चिमी बंगाल में मिलती है। दामोदर नदी की कुल लंबाई 541 किमी है और हर साल इस नदी के बाढ़ के कारण काफी लोग प्रभावित होते है। यह भारत की सबसे प्रदूषित नदी थी। दामोदर नदी की बायीं सहायक नदियाँ बराकर, कोनार, जमुनिया, नूनिया और दाहिनी सहायक नदियाँ साली हैं। बराकर नदी की सबसे महत्वपूर्ण सहायक नदी है।
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