प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: November 9th, 2023
प्रायद्वीपीयभारत की सबसे लंबी नदी गोदावरी है। यह नदी महाराष्ट्र के नासिक जिले से निकलती है और महाराष्ट्र के बाद तेलंगाना एवं आंध्र प्रदेश से होते हुए बंगाल की खाड़ी से जाकर मिलती है। गोदावरी नदी की लम्बाई 1465 किलोमीटर है। इसकी कई सहायक नदीयां हैं जिनके नाम वर्धा, इन्द्रावती मानेर आदि हैं। भारत में बहने वाली नदियों को मुख्यतः दो भागों में बांटा जाता है, पहला हिमालय से निकलने वाली नदियाँ और प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ।
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प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी की विशेषतायें
प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ वह नदियां होती हैं जो की बहुत प्राचीन हैं और अपनी परिपक्वता में हैं। इसका मतलब यह है कि प्रायद्वीपीय भारत की नदियों ने अपनी घाटियों को गहरा करने का काम लगभग पूरा कर लिया है और आधार स्तर तक पहुँच चुकी हैं।हमने प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लम्बी नदी यानी की गोदावरी नदी की कुछ विशेषताएँ नीचे बतलाई हैं:
- दंतकथाओं के अनुसार गोदावरी नदी का नाम, तेलगु के शब्द “गोद” से लिया गया है। इसका अर्थ मर्यादा होता है।
- गोदावरी नदी की सात धाराएं हैं।
- गोदावरी की प्रमुख सहायक नदियाँ वर्धा, इंद्रावती, पूर्णा, मंजरा, पेनगंगा, सबरी, प्रवरा, वैनगंगा, प्राणहिता (वेनगंगा, पेनगंगा, वर्धा का संयुक्त प्रवाह) और मनेर हैं।
- गोदावरी नदी को ‘दक्षिण गंगा’ के नाम से भी जाना जाता है क्यूंकि यह भारत की दक्षिणी भारत की सबसे बड़ी नदी है।
- यह भारत में गंगा नदी के बाद भारत में सबसे दूसरी सबसे बड़ी नदी है|
- गोदावरी बेसिन गंगा बेसिन के बाद दूसरा सबसे बड़ा बेसिन है और देश के कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 9.50% हिस्सा है।
- दक्षिण भारत की सबसे लम्बी नदी गोदावरी नदी है।
Summary:
प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
गोदावरी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे लंबी नदी है। यह पूर्व की ओर नासिक (महाराष्ट्र) में त्र्यंबकेश्वर से बंगाल की खाड़ी में बहती है। इस दौरान यह 1465 किलोमीटर का सफर तय करती है। प्रमुख सहायक नदियाँ प्रणहिता, वर्धा, मनेर, इंद्रावती और सबरी हैं। गोदावरी को दक्षिण गंगा के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह गंगा के बाद दूसरी सबसे लंबी नदी है।
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