पीआईबी सारांश एवं विश्लेषण - 06 जुलाई 2022

By Kriti Gupta (BYJU'S IAS)|Updated : July 6th, 2022

पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) भारत सरकार से मीडिया तक समाचार प्रसारित करने वाली नोडल एजेंसी है। पीआईबी की विज्ञप्ति सिविल सेवा परीक्षा के नजरिए से महत्वपूर्ण हैं। पीआईबी सारांश और विश्लेषण उम्मीदवारों को समसामयिक मामलों के संबंध में समाचार और उसके संदर्भ में विशेष मुद्दों के महत्व को समझने में मदद करेगा।

Table of Content

1. पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा “हरियाली महोत्सव” का आयोजन किया जाएगा: 

सामान्य अध्ययन: 3

पर्यावरण:

विषय: पर्यावरण प्रदूषण, जैव विविधता का संरक्षण, उद्धार और वृद्धि के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण और मार्गदर्शक सिद्धांत।  

प्रारंभिक परीक्षा: हरियाली महोत्सव। 

प्रसंग: 

  • पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत 8 जुलाई, 2022 को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में "हरियाली महोत्सव" का आयोजन करेगा।

उद्देश्य:

  • हरियाली महोत्सव-  “वृक्ष महोत्सव” का आयोजन न सिर्फ वर्तमान पीढ़ी के जीवन को बनाए रखने बल्कि आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने में पेड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए किया जा रहा है।   

विवरण:  

  • जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों को कम करने में पेड़ अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 
  • इस महोत्सव को वन संरक्षण एवं वृक्षारोपण के प्रति जनता में उत्साह पैदा करने के एक प्रभावी उपकरण के तौर पर देखा जाता है। 
  • पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से संबंधित पहल के पूरक के रूप में इस महोत्सव का बेहद महत्व है। 
  • पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और इस धरती को इकोसिस्टम से जुड़ी विभिन्न सेवाएं प्रदान करने में वन/हरियाली की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करने के उद्देश्य से देशभर में हरियाली महोत्सव मनाया जाता है।
  • पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा हरियाली महोत्सव 2022 का आयोजन इस अवसर पर वृक्षारोपण अभियान चलाने के लिए राज्य सरकारों, पुलिस संस्थानों और दिल्ली के स्कूलों के सहयोग से किया जा रहा है। 

 

2. ना-आयन बैटरी और सुपरकैपेसिटर से तेजी से चार्ज होने वाली ई-साइकिल विकसित: 

सामान्य अध्ययन: 3

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी:

विषय: दैनिक जीवन में विकास और उनके अनुप्रयोग और प्रभाव।  

प्रारंभिक परीक्षा: ना-आयन आधारित प्रौद्योगिकियां। 

प्रसंग: 

  • वैज्ञानिकों ने नैनो-सामग्री का उपयोग ना-आयन-आधारित बैटरियों और सुपरकैपेसिटरों को विकसित करने के लिए किया है, जिन्हें तेजी से चार्ज किया जा सकता है और उन्हें ई-साइकिल में लगाया जा सकता है।

उद्देश्य:

  • कम लागत वाली ना-आयन आधारित प्रौद्योगिकियां सस्ती होंगी और इससे ई-साइकिल की लागत में काफी कमी आने की उम्मीद है।  

विवरण:  

  • सोडियम-आयन (ना-आयन) बैटरियों ने सोडियम की उच्च प्राकृतिक प्रचुरता और परिणामस्वरूप ना-आयन बैटरी की कम लागत के कारण लिथियम-आयन बैटरी के लिए एक संभावित पूरक तकनीक के रूप में अकादमिक और व्यावसायिक रुचि को बढ़ाया है।
  • भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर में ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए शोध किया जा रहा हैं, जो ना-आयन पर आधारित हैं। 
  • ना-आयन-आधारित बैटरी और सुपरकैपेसिटर बनाने के लिए उन्होंने सोडियम आयरन फॉस्फेट और सोडियम मैंगनीज फॉस्फेट का उपयोग किया है  
  • इन सोडियम सामग्रियों को बैटरी विकसित करने के लिए कार्बन के विभिन्न नई संरचनाओं के साथ जोड़ा गया था।
  • सोडियम सामग्री ली-आधारित सामग्री से सस्ती,अच्छा प्रदर्शन करने वाली है,और इसका उत्पादन  औद्योगिक स्तर  किया  जा सकता है। 
  • ना-आयन सेल को भी अनेक अन्य भंडारण तकनीकों की तुलना में सुरक्षित विकल्प बनाने के लिए कैपेसिटर के समान शून्य वोल्ट में पूरी तरह से डिस्चार्ज किया जा सकता है। 
  • भविष्य में इन वाहनों की कीमत 10-15 हजार रुपये की सीमा तक लाई जा सकती है, जिससे यह ली-आयन भंडारण प्रौद्योगिकी-आधारित ई-साइकिलों की तुलना में लगभग 25 प्रतिशत सस्ती होगी। 
  • चूंकि ना-आयन-आधारित बैटरियों के निपटान की रणनीति सरल है,और यह जलवायु को होने वाले नुकसान को कम करने में भी मदद कर सकती है। 
  • सुपरकैपसिटर पर शोध जर्नल ऑफ पावर सोर्सेज में प्रकाशित हुआ था।ई-साइकिल में इन ना-आयन-आधारित बैटरी के उपयोग पर कुछ पेटेंट पाइपलाइन में हैं।

 

3. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की स्वास्थ्य सुविधा पंजीयन में एक लाख से अधिक सरकारी और निजी स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को सफलतापूर्वक शामिल करने की घोषणा: 

सामान्य अध्ययन: 2

स्‍वास्‍थ्‍य:

विषय: सामाजिक एवं स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे। 

प्रारंभिक परीक्षा: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम)। 

प्रसंग: 

  • आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के तहत स्वास्थ्य सुविधा पंजीयन (एचएफआर) में सरकारी और निजी क्षेत्र में एक लाख से अधिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं को जोड़ा गया है।

उद्देश्य:

  • यह ऐतिहासिक उपलब्धि देश भर में डिजिटल स्वास्थ्य मंचों और सेवाओं का अधिक से अधिक फायदा उठाने का मार्ग प्रशस्त करती  है।  

विवरण:  

  • एबीडीएम राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) द्वारा लागू की जा रही सरकार की प्रमुख योजना है।
  • इसमें अस्पतालों, क्लीनिकों, नैदानिक ​​प्रयोगशालाओं और इमेजिंग केंद्रों सहित सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं।
  • एबीडीएम का लक्ष्य एक सहज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म बनाना है,जो डिजिटल स्वास्थ्य देखभाल परितंत्र में चिकित्सा की एक प्रणाली से दूसरी प्रणाली में उपचार कराना (इंटरऑपेरेबिलिटी) संभव करेगा। 
  • एबीडीएम ने सभी हितधारकों - स्वास्थ्य सुविधाओं, मरीजों और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक सहज डिजिटल स्वास्थ्य सेवा अनुभव प्रदान करने के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स और इंटरऑपरेबल एपीआई (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) विकसित की है।  
  • एचएफआर में पंजीकरण एक विश्वसनीय राष्ट्रीय मंच पर स्वास्थ्य सुविधाओं को सूचीबद्ध करने की अनुमति देता है,और स्वास्थ्य सुविधाओं को एबीडीएम अनुपालन सॉफ्टवेयर समाधानों के माध्यम से भारत के डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र से जुड़ने में सक्षम बनाता है। 
  • यह जल्द ही शुरू होने वाले यूनिफाइड हेल्थ इंटरफेस के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाओं का पता लगाने में सुधार करके स्वास्थ्य सेवाओं की मांग करने वाले नागरिकों की मदद करेगा। 
  • सत्यापित सुविधाओं में, लगभग 97% सरकारी क्षेत्र से संबंधित हैं। सबसे अधिक सत्यापित स्वास्थ्य सुविधाएं उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और असम राज्यों में हैं। 
  • पंजीकरण में प्रत्येक स्वास्थ्य सुविधा का एक विशिष्ट पहचानकर्ता होता है, जिसका उपयोग एबीडीएम परितंत्र में सुविधा का पता लगाने और देश में सभी निजी और सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर व्यापक डेटा प्रदान करने के लिए किया जाता है। 
  • इस विशिष्ट पहचानकर्ता का उपयोग (सहमति - पहुंच के माध्यम से) एबीडीएम अनुपालन सॉफ्टवेयर समाधान सुविधा जैसी अन्य संस्थाओं द्वारा सुविधा की पहचान करने, अभीष्ट उद्देश्यों के लिए आवश्यक सुविधा डेटा को पुनः प्राप्त करने और उपयोग के लिए किया जाता है। 

 

प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:

आज इससे सम्बंधित कोई समाचार नहीं हैं। 

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