Time Left - 15:00 mins

UP Junior Hindi Mini Mock : 23

Attempt now to get your rank among 1713 students!

Question 1

"है वसुंधरा बिखेर देती मोती सबके सोने पर।
रवि बटोर लेता है उसको सदा सवेरा होने पर।"

उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?

Question 2

निम्न में से ऊष्म व्यंजन कौन-से है?

Question 3

"मूक होइ वाचाल, पंगु चढ़ै गिरिवर गहन।
जासु कृपा सु दयाल, द्रवहु सकल कलिमल दहन।।न।" 
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा छंद है?

Question 4

निर्देश: गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित में सबसे उचित विकल्प को चुनिए ।

कार्बोट राष्ट्रीय उद्यान दिल्ली के निकट स्थित है। यह हिमालय की निचली श्रेणियों में रामगंगा नदी की घाटी में है। दिल्ली वासी सड़क मार्ग से बड़ी सरलता से यहाँ पहुँच सकते हैं। वे कुछ रास्ता रेलगाड़ी से और शेष को सड़क मार्ग से भी तय कर सकते हैं। कार्बोट राष्ट्रीय उद्यान का निर्माण 1936में हुआ था। यह भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान था, अप्रैल, 1973 में शिकारियों से बाघों की रक्षा के लिए ‘बाघ परियोजना’ का शुभारंभ इसी उद्यान से किया गया। बाघों के अतिरिक्त कार्बोट राष्ट्रीय उद्यान में अन्य अनेक पशु भी बड़ी संख्या में रहते हैं। भालू, लोमड़ी, लकड़ बग्घा, सिवेट विलाव भी यहाँ रहते हैं। इन पशुओं के अतिरिक्त साँप, जैसे – भारतीय अजगर और नागराज भी इस उद्यान में मिल जाते हैं। यहाँ वर्ष भर अनेक पक्षी भी देखे जा सकते हैं, जैसे बगुला, ओजन बगुला (हेरोन) खंगचाली टिटहरी, काली गर्दन वाले सारस पक्षी भी इस उद्यान में साल भर देखे जा सकते हैं। वास्तव में पक्षियों की लगभग 580 प्रजातियाँ कार्बोट उद्यान में पाई जाती है।
भारत और विदेशों के पर्यटकों को इस उद्यान में आना पसंद है। वे हाथी पर सवार होकर पार्क में बाघ की झलक पाने का आनंद उठाते हैं। हाथी बाघों से नहीं डरते इसलिए हाथी की सवारी पर्याप्त सुरक्षित और आनंददायक है।
दिल्ली वालों के लिए कार्बोट राष्ट्रीय उद्यान पहुँचना आसान क्यों है?

Question 5

निर्देश: निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
जीवों और उनके परस्पर क्रियाओं का अध्ययन ही परिस्थितिकी या इकोलॉजी कहलाता है। जीव अपने पर्यावरण के अजीवित तत्वों या घटाकें से क्रिया करते हुए सम्मिलित रूप से एक तन्त्र का निर्माण करते हैं। इसे परिस्थितिकी तन्त्र कहा जाता है। विभिन्न इकोतन्त्रों का संघठन भिन्न-भिन्न होता है। इकोतन्त्र यथार्थ में कार्बनिक या जैविक और अकार्बनिक या अजैविक घटकों की आपस में अन्तः क्रियाओं और उनकी परस्पर निर्भरता का समुच्चय है। इस शब्द का प्रयोग मूल रूप से जीवों के समूहों और आवास के परस्पर मिलने से निर्मित एक क्रियाशील इकाई के निर्माण को प्रकट करने के लिए किया गया था। इस ग्रह पर उपस्थित समस्त इको तन्त्र को सम्मिलित रूप से ‘जैव मण्डल’ की संख्या दी जा सकती है। परिस्थितिकी तन्त्र के घटकों में सूर्य का प्रकाश, अकार्बनिक पदार्थ, कार्बनिक पदार्थ, जलवायु, उत्पादक, उपभोक्ता (सूक्ष्म एवं बड़े उपभोक्ता) शामिल हैं। इकोतन्त्र को सुरक्षित रखते हुए विकास की योजनाओं का निर्माण एवं क्रियान्वय हमारी जिम्मेदारी है।
जीवों और उनके पर्यावरण की परस्पर क्रियाओं का अध्ययन क्या कहलाता  है?

Question 6

‘जो करेगा वह भरेगा ‘वाक्य में कौन सा सर्वनाम है ?

Question 7

'हिन्दी-शब्द सागर' सम्पादित ग्रन्थ है।

Question 8

द्रश्य-श्रव्य साधनों की सहायता से अनुभवों के आधार पर एक विशेष प्रकार का वर्गीकरण जिसे 'अनुभव का त्रिकोण' के रूप में जाना जाता है, किसके द्वारा प्रस्तुत किया गया?

Question 9

व्याकरण की दृष्टि से हिंदी में कितने काल हैं?

Question 10

द्विवेदी युग का अन्य नाम है।

Question 11

If D = 4, EAT = 26, then MAN = ?

Question 12

If day before yesterday was Thursday, what day will be four days after tomorrow?

Question 13

Which gas is present in maximum amount in air?

Question 14

Mosses, Lichens and small shrubs are found in which type of vegetation?

Question 15

‘By Many a Happy Accident: Recollections of a Life’ is written by-
  • 1713 attempts
  • 2 upvotes
  • 31 comments
Mar 11PRT, TGT & PGT Exams