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हिंदी पद्यांश पर क्विज: 20.05.2018

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Question 1

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।
चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
चींटियाँ आपस में बातचीत कैसे करती हैं ?

Question 2

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।
चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
ईर्ष्यालुकिसे कहा जाता है ?

Question 3

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।

चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
चींटियों के स्वभाव में नहीं है।

Question 4

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।

चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
बिखरी हुई चींटियाँ फिर से एकजुट कैसे होती हैं ?

Question 5

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।

चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
मित्र और शत्रु के चेहरों को चींटियाँ कहा रखती है?

Question 6

निर्देश: नीचे दिए गए पद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों में सबसे उचित विकल्प चुनिए ।

चींटियाँ ईर्ष्यालु नहीं होतीं
दौड़ती भागती
एक-दूसरे को संदेश पहुँचातीं
जीवन को परखती पहुँचती हैं वहाँ,
जहाँ कोई नहीं पहुँचा कभी चींटियों से पहले ।
संकेतों में करती हैं, वे शब्द संधान
रास्ता नहीं भूलतीं कभी स्मृति में रखती हैं संजोकर
दोस्त और दुश्मन के चेहरे
बिखरती हैं कभी-कभार वे मगर हर बार
नए सिरे से टटोलती हैं वे पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई गंध
फिर से एकजुट होते हुए ।।
काव्यांश मेंमगरका अर्थ है
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