भारतीय इतिहास के महत्वपूर्ण संग्राम
भारतीय इतिहास में संग्राम - प्राचीन भारतीय संग्राम
युद्ध | किसके बीच लड़ा गया | तिथि | विजेता | विवरण |
वेन्नी का युद्ध | चोल राजा करिकाला एवं पांड्या और चेरा राजा | लगभग 130 सामान्य युग | चोल राजा |
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हाइडस्पास का युद्ध | सिकंदर और पोरस | 326 ईसा पूर्व | सिकंदर ने राजा पोरस को हराया | पोरस की वीरता ने सिकंदर को प्रभावित किया, इसलिए उसने उन्हें अपना राज्य रखने की अनुमति दीष |
कोप्पम का युद्ध | चालुक्य राजा सोमेश्वर प्रथम और चोल राजा राजाधिराज चोल और राजेंद्र चोल II | लगभग 1054 सामान्य युग | चोल राजा |
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मस्की का युद्ध | चालुक्य साम्राज्य और जयसिम्हा II | 1019-1020 ईसा पूर्व | चालुक्य साम्राज्य |
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कलिंग का युद्ध | मौर्य राजा अशोक और कलिंग | 261 ईसा पूर्व | मौर्य राजा | यह मानव इतिहास के सबसे भयानक युद्धों में से एक था, जिसमें दोनों तरफ के लाखों लोग मारे गए थे। अशोक को पछतावा हुआ, इसलिए उसने अहिंसा का प्रण लिया और बौद्ध बन गया। |
मध्यकालीन इतिहास के संग्राम
युद्ध | वर्ष | किसके बीच लड़ा गया | विजेता | संधि/विवरण |
तराइन का पहला युद्ध | 1191 | सुल्तान मोहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान | पृथ्वीराज चौहान |
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तराइन का दूसरा युद्ध | 1192 | सुल्तान मुहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान | सुल्तान मोहम्मद गौरी |
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तराइन का तीसरा युद्ध | 1216 | शम्सुद्दीन इल्तुतमिश और यलदोज़ी | शमशुद्दीन इल्तुतमिश |
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खानवा का युद्ध | 1527 ईसा पश्चात् | बाबर और राणा सांगा | बाबर ने राणा सांगा को हराया | इस लड़ाई के बाद बाबर को गाजी की उपाधि दी गई। |
घाघरा का युद्ध | 1529 ईसा पश्चात् | बाबर और मुहम्मद लोदी | बाबर ने अफगानों को हराया | यह बाबर का तीसरा महान युद्ध था, जिसके बाद भारत पर मुगल साम्राज्य का प्रभुत्व प्राप्त हुआ और स्थायी रूप से स्थापित हो गया। |
हल्दीघाटी का युद्ध | 1576 ईसा पश्चात् | महाराणा प्रताप और मुगल सम्राट अकबर, जिनका नेतृत्व मान सिंह ने किया था | मुगल सेना के राजा मान सिंह और मेवाड़ के राणा प्रताप के बीच निर्णायक लड़ाई। |
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प्लासी का युद्ध | 23 जून 1757 | फ्रांसीसी और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के साथ सिराजुद्दौला | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | - |
बक्सर का युद्ध | 22 अक्टूबर 1764 | ईस्ट इंडिया कंपनी और मीर कासिम, शाह आलम द्वितीय और शुजा-उद-दौला का गठबंधन | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | इलाहबाद की संधि |
गोवा का युद्ध | 1638- 1639 | पुर्तगाली और डच | पुर्तगाली | - |
वांडीवाश का युद्ध | 26 जनवरी 1760 | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रांसीसी | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | - |
चौसा का युद्ध | 26 जून 1539 | मुग़ल बादशाह हुमायूँ और शेर शाह सूरी | शेर शाह सूरी | शेरशाह भारत का सम्राट बना, जिससे भारत में मुगल शासन समाप्त हो गया |
पानीपत का पहला युद्ध | 21 अप्रेल 1526 | इब्राहिम लोदी और बाबर | बाबर | भारतीय इतिहास की सबसे पुरानी लड़ाई। जिसमें बारूद आग्निशस्त्रों और क्षेत्र शस्त्र शामिल थे। |
पानीपत का दूसरा युद्ध | 5 नवंबर 1556 | हेमू की सेना, आदिल शाह सूरी और अकबर के मुख्यमंत्री | मुगल | - |
पानीपत का तीसरा युद्ध | 14 जनवरी 1761 | मराठा साम्राज्य और अफगानिस्तान के राजा, अहमद शाह अब्दाली | अफगान | सूरत की संधि |
पहला कर्नाटक युद्ध | 1744-48 | अँग्रेजी और फ्रांसीसी |
| ऐक्स-ला-चैपल की संधि |
दूसरा कर्नाटक युद्ध | 1748-54 | अँग्रेजी और फ्रांसीसी |
| पांडिचेरी की संधि |
तीसरा कर्नाटक युद्ध | 1756-1763 | अँग्रेजी और फ्रांसीसी |
| पेरिस की संधि |
प्रथम एंग्लो मराठा युद्ध | 1775- 1782 | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य | मराठा | सालबाई की संधि |
दूसरा एंग्लो मराठा युद्ध | 1803- 1805 | ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | देवगांव की संधि, सुरजियानगांव की संधि, राजघाट की संधि, बस्सियन की संधि |
तीसरा एंग्लो मराठा युद्ध | 1817- 1818 | ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | मांडसर की संधि |
पहला एंग्लो मैसूर युद्ध | 1734-1766 | मैसूर और ईस्ट इंडिया कंपनी |
| मद्रास की संधि |
दूसरा एंग्लो मैसूर युद्ध | 1780-1784 | मैसूर और ईस्ट इंडिया कंपनी |
| मैंगलोर की संधि |
तीसरा एंग्लो मैसूर युद्ध | 1790-92 | मैसूर और ईस्ट इंडिया कंपनी |
| श्रीरंगपट्टम की संधि |
चौथा एंग्लो मैसूर युद्ध | 1799 | मैसूर और ईस्ट इंडिया कंपनी |
| ब्रिटिश अधीन मैसूर |
पहला एंग्लो -सिक्ख युद्ध | 1845-46 | सिख साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | भैरोवाल की संधि |
दूसरा एंग्लो -सिख युद्ध | 1848-1849 | सिख साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | - |
पहला एंग्लो -अफगान युद्ध | 1838- 1842 | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और अफगानी | अफगान | रणजीत सिंह, शाह शुजा और लॉर्ड ऑकलैंड के बीच त्रिपक्षीय संधि |
दूसरा एंग्लो -अफगान युद्ध | 1878-80 | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और अफगानी | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी | पेशावर की संधि, गंडमाक की संधि |
तीसरा एंग्लो -अफगान युद्ध | 1919 | ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और अफगानी | अफगान | रावलपिंडी की संधि |
लड़ाईयों को स्मरण करने की युक्ति
- कालानुक्रमिक क्रम में बाबर द्वारा जीते गए युद्ध
युक्ति:"पानी पीकर खाना खाकर चंदेरी चली घाघरा पहनकर"
- पानीपत की पहली लड़ाई (1526)
- खानवा युद्ध (1527)
- चंदेरी की लड़ाई (1528)
- घाघरा का युद्ध (1529)
- तराइन का युद्ध
युक्ति:
- तराइन का पहला युद्ध:
गौरी ने एस्ट्रोलोजर से पूछा 10 क्लास का एक्जाम पेपर पास कैसे करें?
(एस्ट्रोलोजर ने कहा : तारे देखो पृथ्वी से 11 बजे रात में 91 डेज़ (दिन) तक) - तराइन का दूसरा युद्ध:
पर गौरी फेल हो गयी। एस्ट्रोलोजर ने कहा इस बार तारे देखो पृथ्वी से 11 बजे रात में 92 डेज़ (दिन) तक !! - तराइन का तीसरा युद्ध:
इस बार गौरी पास हो गयी, एस्ट्रोलोजर ने गौरी को 11वीं पास करने के लिए बताया: इस बार चांदनी रात में चाँद को देखो 12 बजे रात में 16 डेज़ (दिन) तक !!
- पानीपत का युद्ध
युक्ति: "BIHAMA"
याद रखें: पानीपत की सारी लड़ाई मुस्लिम शासकों ने जीती थी
पानीपत की पहली लड़ाई: BI: बाबर (B) और इब्राहिम लोदी (I) के बीच लड़ा गया। बाबर ने जीता।
पानीपत का दूसरा युद्ध: HA: हेमू (H) और अकबर (A) के बीच लड़ा गया। अकबर द्वारा जीता गया
पानीपत का तीसरा युद्ध: MA: मराठा (M) और अब्दाली (A) के बीच लड़ा गया। अब्दाली द्वारा जीता गया
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