ट्रांसफार्मर किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

By Raj Vimal|Updated : August 26th, 2022

ट्रांसफार्मर अन्योय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। यह एक ऐसा विद्युतीय उपकरण है जो विद्युत् के उच्चे वोल्टेज को नियंत्रित कर के सामान्य घरों में इस्तेमाल करने योग्य बना देते हैं। विद्युत् घरों से आने वाली बिजली काफी उच्च वोल्टेज वाली होती है, इसे इस्तेमाल करने के लिए घर के उपकरण नहीं बने होते हैं। ट्रांसफार्मर का इस्तेमाल कर के विजली को उसके अनुकूल वोल्ट पर बदला जाता है।

ट्रांसफार्मर का उपयोग

ट्रांसफार्मर का मुख्य उपयोग कई जगहों पर किया जाता है। मुख्य रूप से इसका काम कम वोल्टेज को अधिक करना और अधिक वोल्टेज को कम करने में हैं। यहाँ ध्यान देने योग्य बात है कि ट्रांसफार्मर खुद कोई ऊर्जा उत्पन्न नहीं करता है।

  • विद्युत शक्ति के वितरण में।
  • टेलीविजन, रेडियो, टेलीफोन आदि में।
  • रेडियो आवृत्ति ट्रांसफार्मरों का इस्तेमाल रेडियो संचार में।

Summary

ट्रांसफार्मर किस सिद्धांत पर कार्य करता है?

ट्रांसफार्मर के कार्य करने का सिद्धांत अन्योय प्रेरण है। ट्रांसफार्मर के भीतर दो या दो से अधिक विद्युत् कुंडल के बीच अन्योय प्रेरण पर कार्य करते हुए विद्युत् स्थानान्तरण किया जाता है।

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