वरुण ग्रह की खोज कैसे हुई
वरुण ग्रह के अस्तित्व का पता तब चला, जब अरुण ग्रह के परिक्रमा में अनियमितता पायी गयी। इस गडबडी का केवल एक ही कारण हो सकता था, और वह था उसके आसपास के ग्रह के गुरुत्वाकर्षण बल का प्रभाव। दूरबीन से देखने पर पहली बार 23 सितम्बर को 1846 में वरुण (Neptune) ग्रह देखा गया।
रोमन में नेप्त्युन का अर्थ समुद्र के देवता होते हैं। भारत के हिन्दू धर्म के मुताबिक जल के देवता, वरुण को माना गया। इसलिए इस ग्रह का नाम वरुण ग्रह पड़ा। सूरज से करीब 4495 मिलियन किलोमीटर दूर वरुण ग्रह को सूर्य के एक चक्कर लगाने में करीब 164 वर्ष का समय लगता है।
Summary
सूर्य से सबसे दूर का ग्रह कौन सा है?
सूरज से सबसे दूर का ग्रह वरुण ग्रह है। केवल सूर्य से ही नहीं, पृथ्वी से भी सबसे दूर का ग्रह वरुण ग्रह ही है। यह सौर मण्डल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह और तीसरा सबसे भारी ग्रह है।
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