सुन्दर का भाववाचक संज्ञा रूप क्या है?

By Sakshi Yadav|Updated : September 5th, 2022

सुन्दर का भाववाचक संज्ञा रूप सुन्दरता है। जिस संज्ञा शब्द से किसी के व्यक्ति का गुण-धर्म, दोष, भाव, दशा, स्वभाव, अवस्था आदि का बोध होता है उन्हें भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। भाववाचक संज्ञा के अंतर्गत अमूर्त रूप के भावों की संकल्पना की जाती है। जैसे: क्रोध, मिठास, यौवन आदि।

संज्ञा किसे कहते हैं?

किसी वस्तु, व्यक्ति, स्थान, या भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं| जैसे – अंशु, प्रवर, चेन्नई, भलाई, मकान, आदि|

उपर्युक्त उदाहरण में, अंशु और प्रवार : व्यक्तियों के नाम

चेन्नई : स्थान का नाम

मकान : वस्तु का नाम और

भलाई : भाव का नाम है|

संज्ञा 

परिभाषा 

व्यक्तिवाचक 

ये किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु के नाम का बोध करता है।

जातिवाचक 

जो संज्ञा एक ही प्रकार की वस्तुओं का बोध कराती है।

द्रव्यवाचक 

जिस संज्ञा शब्द से उस सामग्री या पदार्थ का बोध होता है जिससे कोई वस्तु बनी है तथा जिनका प्रयोग हम माप-तौल कर करते हैं। 

समूहवाचक

ये संज्ञा शब्द किसी एक व्यक्ति का वाचक न होकर पूरे समूह या समुदाय का वाचक होता है।

भाववाचक 

ये संज्ञा किसी भाव, गुण, दशा आदि का बोध करती है।

Summary

सुन्दर का भाववाचक संज्ञा रूप क्या है?

सुन्दरता, सुन्दर का भाववाचक संज्ञा रूप है। भाववाचक संज्ञा वो संज्ञा है जो किसी भाव, गुण, दशा और अवस्था का ज्ञान करवाते है। जैसे: क्रोध, प्रसन्नता, प्रेम, आश्चर्य, लालच, जवानी इत्यादि। 

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