कंप्यूटर हार्डवेयर पर अध्ययन नोट्स

By Neha Joshi|Updated : August 26th, 2022

In this article, we should read related to the Computer Hardware, Important for the Super TET Teaching exam.

 

कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर के भौतिक भाग हैं जैसे कीबोर्ड, माउस और मॉनिटर। कंप्यूटर के इन भागों को आसानी से देख सकते हैं परंतु कंप्यूटर के कुछ हिस्सों को बाहर से देखना मुश्किल होता है।

कंप्यूटर हार्डवेयर के घटक

हार्डवेयर सिस्टम के सभी घटकों को उनके कार्यों के आधार पर तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है।

  • इनपुट डिवाइस
  • आउटपुट डिवाइस
  • सिस्टम यूनिट के घटक।

इनपुट डिवाइस/उपकरण

वे उपकरण जिनसे उपयोगकर्ता विभिन्न कार्यों को करने के लिए कंप्यूटर में निर्देश देने या डेटा दर्ज करता है, इनपुट डिवाइस कहा जाता है।

उदाहरण: कीबोर्ड, माउस, स्कैनर, जॉयस्टिक, ग्राफिक टैबलेट, बारकोड रीडर, टच स्क्रीन, वेब कैमरा आदि।

आउटपुट डिवाइस

कोई भी उपकरण जो उपयोगकर्ता को उपयोगकर्ता-पठनीय प्रारूप में उनके निर्देशों के उत्पादित आउटपुट को दिखाता है, उसे आउटपुट डिवाइस कहा जाता है।

उदाहरण: मॉनिटर, स्पीकर, प्रिंटर, फैक्स मशीन, प्रोजेक्टर, ज़ेरॉक्स मशीन, प्लॉटर, हेडफ़ोन, आदि।

सिस्टम यूनिट के घटक

सिस्टम यूनिट कंप्यूटर का एक प्रमुख भाग है और इसमें सभी आवश्यक घटक जैसे मदरबोर्ड, CPU, मेमोरी चिप्स और SMPS शामिल हैं। इसका कार्य विभिन्न छोटे घटकों को चालू रखना और उन्हें ठीक रखना है।

  • मदरबोर्ड

मदरबोर्ड मुख्य बोर्ड है जिसमें कंप्यूटर सिस्टम के कई महत्वपूर्ण घटक होते हैं जैसे प्रोसेसर/ CPU, मेमोरी चिप्स, साउंड कार्ड (जिससे हम संगीत बजा सकते हैं) और ग्राफिक कार्ड (जिससे हम चित्र और वीडियो एख सकते हैं)। इसके कारण सभी घटकों को बिजली प्राप्त होती है और अलग-अलग कार्य करने के लिए एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। 

  • सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU)

CPU को कंप्यूटर सिस्टम के मस्तिष्क के रूप में भी जाना जाता है। यह इनपुट डिवाइस के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए डेटा और निर्देशों के प्रसंस्करण और आउटपुट डिवाइस से प्रासंगिक परिणाम देने के लिए उत्तरदायी है। एक कार्यशील CPU की गति को हर्ट्ज में मापा जाता है।

CPU के तीन भाग हैं:

  1. अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट/ अंकगणित तर्क इकाई (ALU)
    ALU एक डिजिटल सर्किट है जो सभी अंकगणित और तार्किक संचालन करता है जैसे गणित और मानों तथा प्रतीकों के तार्किक विचार करना।
  2. कंट्रोल यूनिट/नियंत्रण इकाई
    कंट्रोल यूनिट उपयोगकर्ता के निर्देशों के आधार पर CPU या स्टोरेज को दिए गए डेटा के प्रवाह को नियंत्रित और निर्देशित करने के लिए उत्तरदायी है। यह ALU को यह भी बताता है कि दिए गए डेटा का संचालन कैसे करना है।
  3. रजिस्टर
    रजिस्टर स्टोरेज की एक छोटी मात्रा है जो CPU के अंदर होती है। इससे इनपुट को संसाधित करने के लिए निर्देश और ALU द्वारा संसाधित आउटपुट संग्रहीत होते हैं  

मेमोरी

कंप्यूटर मेमोरी, जिसे स्टोरेज के रूप में भी जाना जाता है, वह स्थान है जहां डेटा को संसाधित किया जाता है और प्रसंस्करण के लिए दिए गए निर्देश भी यहां संग्रहीत होते हैं।

इसे दो भागों में वर्गीकृत किया गया है:

1. प्राथमिक मेमोरी

इसे कंप्यूटर की मुख्य मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि मेमोरी चिप्स के रूप में कंप्यूटर सिस्टम के मदरबोर्ड में होती है। इसलिए यह उन सभी डेटा और निर्देशों को रखता है जो कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं। इसकी सीमित क्षमता है और बिजली जाने पर डेटा समाप्त हो जाता है। CPU द्वारा इनपुट या आउटपुट को संसाधित करने या संग्रहीत करने के लिए प्राथमिक मेमोरी का सीधे उपयोग किया जा सकता है।

मदरबोर्ड में RAM और ROM नाम की दो तरह की प्राथमिक मेमोरी चिप होती हैं।

  • RAM - रैंडम एक्सेस मेमोरी
  1. यह कंप्यूटर सिस्टम की एक आंतरिक मेमोरी है।
  2. यह एक रीड/राइट मेमोरी है, जिसका अर्थ है कि डेटा को RAM से लिखा और पढ़ा जा सकता है।
  3. जब आप कंप्यूटर चालू करते हैं, तो यह ऑपरेटिंग सिस्टम को RAM में लोड करता है। इसलिए जब आप एक प्रोग्राम पर काम करते हैं तो आप वास्तव में RAM में लोड किए गए डेटा पर काम कर रहे होते हैं।
  4. यह अस्थिर मेमोरी है जिसका अर्थ है कि डेटा केवल तब तक संग्रहीत किया जाता है जब तक कंप्यूटर काम कर रहा है और यदि कंप्यूटर बंद हो जाता है तो डेटा खो जाता है।
  5. एक कंप्यूटर सिस्टम में स्थापित RAM की मात्रा यह निर्धारित करती है कि कंप्यूटर एकसाथ कितने प्रोग्राम चला सकता है।
  6. RAM दो प्रकार की आती है जो DRAM (DYNAMIC RAM) और SRAM (Static RAM) हैं।
  •  ROM - रीड ओनली मेमोरी
  1. यह एक आंतरिक रीड-ओनली मेमोरी है जिसका अर्थ है कि डेटा को इससे पढ़ा जा सकता है लेकिन कोई उपयोगकर्ता इस पर नहीं लिख सकता है।
  2. इसमें एक पूर्व निर्धारित डेटा और जानकारी है जो निर्माताओं द्वारा ROM में स्थायी रूप से संग्रहीत की जाती है।
  3. यह स्थिर मेमोरी है जिसका अर्थ है कि कंप्यूटर बंद होने पर भी यह डेटा बरकरार रखती है।
  4. ROM में कंप्यूटर को शुरू करने के लिए आवश्यक निर्देश होते हैं।
  5. ROM का उपयोग कंप्यूटर के शुरू होने पर एक विशेष सॉफ्टवेयर को स्टोर करने के लिए किया जाता है जो ऑपरेटिंग सिस्टम को लोड करने में मदद करता है इसे BIOS (बेसिक इनपुट/आउटपुट सिस्टम) कहा जाता है।
  6. ROM चिप्स का उपयोग वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन जैसे विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं में भी किया जाता है।
  7. ROM चार प्रकार की हैं MROM (Masked ROM), PROM (Programmable ROM), EPROM (Erasable & Programmable ROM) और EEPROM (Electrically Erasable & Programmable ROM)। 

2. द्वितीयक मेमोरी

इसे कंप्यूटर की बाहरी स्टोरेज/मेमोरी के रूप में भी जाना जाता है। यह एक स्थिर मेमोरी है जिसका उपयोग स्थायी रूप से डेटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है। CPU द्वितियक मेमोरी तक सीधे नहीं पहुंच सकता और इस तक इनपुट-आउटपुट विधियों के माध्यम से पहुंचा जाता है।

इसलिए डेटा को पहले मुख्य मेमोरी में स्थानांतरित किया जाता है और फिर CPU द्वारा एक्सेस किया जाता है। द्वितीयक मेमोरी कई अलग-अलग स्टोरेज क्षमताओं में आती हैं और इनका उपयोग अतिरिक्त डेटा संग्रहीत करने के लिए किया जाता है। अतिरिक्त भंडारण का उपयोग करने के लिए डिस्क ड्राइव और टेप ड्राइव जैसे CD और DVD मौजूद हैं।

हार्ड डिस्क कंप्यूटर सिस्टम में मौजूद मुख्य स्टोरेज डिवाइस है। यह भारी मात्रा में डेटा संग्रहीत कर सकता है और कंप्यूटर में किए गए सभी कार्य हार्ड डिस्क के अंदर संग्रहीत किए जा सकते हैं।

उदाहरण: हार्ड डिस्क, CD-ROM, फ्लॉपी इत्यादि।

SMPS - स्विच्ड मोड पावर सप्लाई

यह स्विच से आने वाली बिजली को सही वोल्टेज में परिवर्तित करने और सिस्टम यूनिट के सभी भागों में बिजली की आपूर्ति करने के लिए उत्तरदायी है।

 

 

 

Thanks!

Download the BYJU’S Exam Prep App Now.
The most comprehensive exam prep app

#DreamStriveSucceed

 Frequently Asked Questions (FAQs)

byjusexamprep

Comments

write a comment

Follow us for latest updates