पृथ्वी की सबसे पतली परत क्रस्ट है। क्रस्ट न केवल पृथ्वी बाहरी परत है बल्कि यह सबसे पतली परत भी है। क्रस्ट की औसत मोटाई लगभग 40 किलोमीटर है। इसे पंद्रह प्रमुख टेक्टोनिक प्लेटों में भी विभाजित किया गया है। इन प्लेटों में एक कठोर केंद्र होता है लेकिन सीमाओं पर भूवैज्ञानिक गतिविधियों (geological activities) के लिए जगह होती है जैसे ज्वालामुखी। यह मेंटल गर्म और घना होता है। इसका तापमान करीब 932 से 1,652 डिग्री फारेनहाइट के बीच में होता है। इसमें अर्ध-ठोस चट्टान के समान गति होती है। मेंटल 2,900 किमी मोटाई का होता है और इसमें सिलिकेट खनिज (silicate minerals)शामिल होती हैं जो क्रस्ट के अंदर पाए जाने वाले समान हैं।
जबकि बाहरी कोर का तापमान 7,200 और 9,000 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होता है। जिसकी मोटाई 2,300 किमी के लगभग होती है। यह ज्यादातर आयरन और निकल (nickel) से बना है, वह भी अपने तरल रूप में। यह बाहरी कोर के भीतर मौजूद तरल की गति है जो पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र को उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार है। सबसे गर्म हिस्सा आंतरिक कोर है जिसका तापमान 9,000 और 13,000 डिग्री फ़ारेनहाइट के बीच होता है।
Summary:
पृथ्वी की सबसे पतली परत कौन सी है?
पृथ्वी की सबसे पतली परत क्रस्ट होती है । पृथ्वी को चार मुख्य परतों में विभाजित किया गया है, जिसमे बाहर की ओर ठोस परत, मेंटल, बाहरी कोर और आंतरिक कोर है । उनमें से, क्रस्ट पृथ्वी की सबसे पतली परत है, जिसकी मात्रा 1% से भी कम है।
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