प्रतिजैविक के कोई तीन लक्षण लिखिए।

By Raj Vimal|Updated : August 31st, 2022

प्रतिजैविक से तात्पर्य उन दवाओं से होता है, जो मनुष्य में जीवाणु और अन्य रोगजनक विषाणुओं के हानिकारक प्रभाव को कम या निष्क्रिय करती हैं। प्रतिजैविक के तीन लक्षण इस प्रकार हैं

  • प्रतिजैविक का प्रथम लक्षण इनका तुरंत कार्य करने में कारगर होना होता है।
  • प्रतिजैविक या एंटीबायोटीक का दूसरा लक्षण है मनुष्य के आहारनाल वाले उपयोगी जीवों को हानि न पहुँचाना।
  • प्रतिजैविक मानव शरीर पर किसी तरह का हानिकारक प्रभाव न डालते हो।

प्रतिजैविक दवाओं का इतिहास काफी पुराना रहा है। 20वीं सदी के शुरुआत से ही इनका इस्तेमाल औषधियों के निर्माण में किया जा रहा है। इससे अलग चीन, यूनान आदि राष्ट्रों में इसका इस्तेमाल लोगों के उपचार के लिए होता रहा है।

प्रतिजैविकों का दुरुपयोग

सामान्य तौर पर प्रतिजैविक दवाओं को सुरक्षित करने योग्य माना जाता है, पर इसमें कोई संशय नहीं है कि यह प्रतिकूल प्रभाव भी डालती हैं। दुष्प्रभाव कई तरह के छोड़ते हैं। 

Summary

प्रतिजैविक के कोई तीन लक्षण लिखिए।

शरीर को हानि न देना, आहारनाल के जीवों पर बुरा प्रभाव न डालना और तुरंत कारगर होना ही प्रतिजैविक के कोई तीन लक्षण हैं। इनका इस्तेमाल बहुत पहले से हो रहा है।

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