1. प्रधानमंत्री का जापान का दौरा:
सामान्य अध्ययन: 2
अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध:
विषय: भारत के हितों पर विभिन्न विकसित एवं विकासशील देशों की नीतियां,अंर्तष्ट्रीय संघठनों, सम्मेलनों और राजनीति का प्रभाव।
प्रारंभिक परीक्षा: सेकेंड इन-पर्सन क्वाड नेता सम्मेलन, 14वां भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन।
मुख्य परीक्षा: भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग पर विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी एक महत्वपूर्ण पहलू है। व्याख्या कीजिए।
प्रसंग:
- भारत के प्रधानमंत्री जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर 23-24 मई तक जापान के टोक्यो का दौरा करेंगे।
उद्देश्य:
- टोक्यो की अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से संवाद को आगे जारी रखेंगे।
विवरण:
- वे जापान में सेकेंड इन-पर्सन क्वाड नेता सम्मेलन में भी भाग लेंगे,जो चार क्वाड देशों के नेताओं को क्वाड पहलों की प्रगति की समीक्षा करने का अवसर उपलब्ध कराएगा।
- साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों तथा परस्पर हित के वैश्विक मुद्दों पर भी विचार करेंगे।
- भारत के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति जोसेफ बिडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे जिसमें अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ बनाने पर चर्चा होगी।
- साथ ही क्षेत्रीय विकास और समसामयिक वैश्विक मुद्दों पर भी अपना संवाद करेंगे ।
- ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज पहली बार क्वाड लीडर्स सम्मेलन में शामिल होंगे।
- उनके साथ एक द्विपक्षीय बैठक होगी जिसमें व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बहुआयामी सहयोग तथा क्षेत्रीय और पारस्परिक हितों के वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
- आगामी यात्रा के दौरान दोनों देशो के बीच आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ बनाने के ध्येय के साथ जापान के व्यापार जगत के शीर्ष व्यक्तियों के साथ मुलाकात होगी।
- जापान में भारतीय डायस्पोरा के लगभग 40,000 सदस्य हैं, जो जापान के साथ संबंधों का महत्वपूर्ण आधार हैं। प्रधानमंत्री उनके साथ भी बातचीत करेंगे।
पृष्ठ्भूमि
- भारत और जापान के बीच आर्थिक सहयोग हमारी विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी का एक महत्वपूर्ण पहलू है।
- प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर, जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो 14वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए 19-20 मार्च 2022 तक नई दिल्ली आये थे।
- मार्च शिखर सम्मेलन के दौरान जापान से भारत में अगले पांच वर्षों में सार्वजनिक और निजी निवेश तथा वित्तपोषण में 5 ट्रिलियन जापानी येन प्राप्त करने की घोषणा की थी।
- इस शिखर सम्मेलन में दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। पिछला भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन अक्टूबर 2018 में टोक्यो में आयोजित हुआ था।
- भारत और जापान के बीच 'विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी' के दायरे में बहुआयामी सहयोग है।
- यह शिखर सम्मेलन दोनों पक्षों को विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा और मजबूत करने के साथ-साथ पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करता हैं, ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाया जा सके।
2. प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण तथ्य:
आज इससे सम्बंधित कोई समाचार नहीं हैं।
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