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लेंस की क्षमता का मात्रक है ?
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: September 25th, 2023
किसी लेंस द्वारा प्रकाश किरणों को अभिसरण या अपसरण करने की मात्रा (डिग्री) को उसकी क्षमता कहते है। यह उस लेंस के फोकस दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होता हैं। इसका SI मात्रक डाइऑप्टर (D) होता हैं।
लेंस की क्षमता का SI मात्रक डाइऑप्टर (D) होता हैं। किसी लेंस द्वारा प्रकाश किरणों को अभिसरण या अपसरण करने की मात्रा (डिग्री) को उसकी क्षमता कहते है। यह उस लेंस के फोकस दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होता हैं। अर्थात जिस लेंस की फोकस दूरी कम होगी उसे ज्यादा शक्तिशाली लेंस कहा जायेगा और इसके विपरीत जिस लेंस की फोकस दूरी ज्यादा होगी, उसे कम शक्तिशाली लेंस कहा जायेगा। किसी लेंस के फोकस बिंदु तथा लेंस के मध्य बिंदु के बीच की दूरी को फोकस दूरी कहते हैं। साधारणतया इनके क्षमता के आगे + (प्लस) या – (माईनस) का चिन्ह लगा होता है जो लेंस के प्रकार को दर्शाता है। उत्तल लेंस के शक्ति के आगे + तथा अवतल लेंस के शक्ति के आगे – का प्रयोग किया जाता है।
जैसे: +5 D, -0.75D आदि।
Table of content
Summary:
लेंस की क्षमता का मात्रक है ?
- लेंस की क्षमता का SI मात्रक डाइऑप्टर (D) होता हैं।
- इसे ‘D’ से प्रदर्शित करते हैं|
- लैंस किसी वस्तु को कितने गुना छोटा या बड़ा करके दिखाता है, यह उसकी क्षमता कहलाती है।
- लेंस की क्षमता के आगे + (प्लस) या – (माईनस) का चिन्ह लगा होता है।
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