क्षारीय विलयन में हल्दी किस रंग में बदल जाती है?

By Sakshi Yadav|Updated : August 29th, 2022

क्षारीय विलयन में हल्दी पीले से लाल में बदल जाती है। हल्दी पीले रंग की होती है जो करक्यूमिन नामक प्राकृतिक रंगद्रव्य की उपस्थिति के कारण होती है। हल्दी प्राकृतिक पीएच का एक उदाहरण है। पीएच बदलने के कारण हल्दी का रंग लाल हो जाता है।

  • किसी पदार्थ का PH उसके अम्लीय या क्षारीय माध्यम का माप है, जिसकी सीमा 1 से 14 pH तक होती है।
  • अम्लीय माध्यम (Acidic medium) का pH लगभग 7 से कम होता है और मूल माध्यम का pH मान 7 से अधिक होता है।
  • जब हल्दी के कागज को सिरका या नींबू के रस जैसे अम्लीय घोल में डुबोया जाता है तो उसका रंग नहीं बदलता है और वो पीला ही रहता है।
  • हमने देखा है कि हल्दी अपने रंग में परिवर्तन करके दूसरे पदार्थों की अम्लीय का पता

Summary

क्षारीय विलयन में हल्दी किस रंग में बदल जाती है?

पीएच बदलने के कारण से क्षारीय विलयन में हल्दी, लाल रंग में बदल जाती है। अम्लीय या तटस्थ घोल के लिए हल्दी पीली और क्षारीय घोल के लिए भूरे से लाल रंग की होती है, जिसका पीएच 7.4 और 9.2 के बीच होता है।

Related Links:

Comments

write a comment

UPPSC

UP StateUPPSC PCSVDOLower PCSPoliceLekhpalBEOUPSSSC PETForest GuardRO AROJudicial ServicesAllahabad HC RO ARO RecruitmentOther Exams

Follow us for latest updates