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खगोलीय दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता के लिए व्यंजक प्राप्त करें।
By BYJU'S Exam Prep
Updated on: September 25th, 2023
खगोलीय दूरदर्शी एक ऐसा प्रकाशिय यन्त्र है, जिसके मदद से हमसे कई गुणा दूर स्थित वस्तु का प्रतिबिम्ब हमारे आँख पर होता है, जिससे कि वह दूर रखी वस्तु हमें बड़ी दिखाई देती है।खगोलीय दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता के लिए व्यंजक m= fo/fe है।
यहाँ,
fo = अंतिम प्रतिबिम्ब द्वारा आँख पर बना दर्शन कोण
fe = वस्तु द्वारा आँख पर बना कोण, जबकि वस्तु अपने वास्तविक स्थिति में हो।
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खगोलीय दूरदर्शी की संरचना
खगोलीय दूरदर्शी में एक लंबी बेलनाकार धातु की नली होती है, जिसके एक सिरे पर अधिक फोकस दूरी उत्तल लेंस लगा होता है। जिसे विज्ञान की भाषा में अभि दृश्यक लेंस या Objective Lens भी कहते हैं। वहीँ उस बेलनाकार नली के दूसरे सिरे पर एक बड़ी ही छोटी नली होती है जिसके उपरी सिरे पर अभिदृश्यक की अपेक्षा कम फोकस दूरी तथा छोटे द्वारक वाला एक दूसरा उत्तल लेंस लगा होता है।हम यही से अपनी आँख लगा कर देखते हैं, इस लिए इसे नेत्रिका लेंस कहते हैं।
Summary
खगोलीय दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता के लिए व्यंजक प्राप्त करें।
खगोलीय दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता के लिए व्यंजक m= fo/fe है। खगोलीय दूरदर्शी एक वह दूर देखने का यंत्र है, जिससे हम दूर रखी वस्तुओं को आसानी से देख सकते हैं।
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