hamburger

करो या मरो नारा किसने दिया था?

By BYJU'S Exam Prep

Updated on: November 9th, 2023

करो या मरो यह नारा महात्मा गाँधीजी ने दिया था। इसे अगस्त आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने की मांग करते हुए, 8 अगस्त 1942 को यह नारा दिया गया था। गांधीजी के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इस नारे का प्रयोग किया गया था। महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) ने औपचारिक रूप से 9 अगस्त, 1942 को इस नारे की शुरुआत की।

करो या मरो नारा

भारत छोड़ो आंदोलन के भाषण में उन्होंने भारतीयों से दृढ़ निश्चय के लिए आह्वान करते उन्होंने ये नारा दिया था। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन का सबसे शक्तिशाली नारा “भारत छोड़ो” था। वह आह्वान और आदेश जो महात्मा गांधी ने 77 साल पहले भारत के ब्रिटिश शासकों को दिया था। इस देश की जनता के लिए उनका आह्वान था: “करो या मरो”।

गांधीजी ने “करो या मरो” का नारा देकर भारत के आम लोगों को एक साथ लड़ने के लिए प्रेरित किया। यह नारा ज्यादातर ब्रिटिश सरकार की दमनकारी प्रथाओं का विरोध करने के लिए इस्तेमाल किया गया था। एक साथ काम करने और स्वतंत्रता के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रेरित किया था।

मोहनदास करमचंद गांधी एक भारतीय वकील और राजनीतिक नैतिकतावादी थे, जिन्होंने ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के लिए सफल अभियान का नेतृत्व करने और बाद में दुनिया भर में नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए आंदोलनों को प्रेरित करने के लिए अहिंसक प्रतिरोध का इस्तेमाल किया। उन्होंने भारत के ग्रामीण गरीबों के साथ पहचान के निशान के रूप में हाथ से बुने हुए धोती को अपनाया।

Summary:

करो या मरो नारा किसने दिया था?

महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को करो या मरो का नारा दिया था। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था और 30 जनवरी 1948 को 78 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया। गांधीजी ने “करो या मरो” का नारा देकर भारत के आम लोगों को एक साथ लड़ने के लिए प्रेरित किया।

Related Questions:

Our Apps Playstore
POPULAR EXAMS
SSC and Bank
Other Exams
GradeStack Learning Pvt. Ltd.Windsor IT Park, Tower - A, 2nd Floor, Sector 125, Noida, Uttar Pradesh 201303 help@byjusexamprep.com
Home Practice Test Series Premium