इमर्सन प्रभाव किसे कहते है?

By Raj Vimal|Updated : September 12th, 2022

इमर्सन प्रभाव वह वैज्ञानिक प्रक्रिया है जहाँ पेड़-पौधे को तीव्र और कम तरंगदैर्घ्य का प्रकाश देकर प्रकाश संश्लेषण बढाया जाता है। वैज्ञानिक रोबर्ट इमर्सन के बताये कथन के अनुसार जब एक पौधा या पेड़ को केवल एक प्रकार (तरंगदैधर्य) का रंग प्रकाश संश्लेषण के लिए दिया जाता है तब उसके दर में कमी आ जाती है।

प्रकाश संश्लेषण बढ़ाने के लिए ही पौधों को विभिन्न तरंगदैर्घ्य का प्रकाश दिया जाता है, यही इमर्सन प्रभाव (Emerson effect) है।

रोबर्ट इमर्सन की थ्योरी

इमर्सन के अनुसार दो अलग तरंगदैर्घ्य वाले प्रकाश की किरणों को एक साथ पौधों को देने पर प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के स्तर में न केवल बढ़ोत्तरी होती है, बल्कि इसकी प्रकाश संश्लेषण की कुल मात्रा, दोनों रंगों के द्वारा प्राप्त पृथक् मात्राओं के जोड़ से भी कुछ ज्यादा ही होती है। 

रोबर्ट इमर्सन की थ्योरी के अनुसार हमने पाया कि अलग तरंगदैर्यों वाले प्रकाशपुंजों के एक समय पर प्रयोग से पौधों में प्रकाश संश्लेषण की वृद्धि होती है और इसे एमरसन प्रभाव कहते हैं।

Summary

इमर्सन प्रभाव किसे कहते है?

जब विभिन्न तरंगदैर्घ्य वाले दो रंगों को एक साथ पौधों को प्रकाश संश्लेषण के लिए दिया जाता है, तो उनकी तीव्रता बढ़ जाती है, यही इमर्सन प्रभाव कहलाता है। इसके लिए तरंगदैर्घ्य कम से कम 680 NM का होना आवश्यक है।

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