बर्फ का गलनांक क्या है?

By Sakshi Yadav|Updated : August 23rd, 2022

बर्फ का गलनांक का अर्थ है किसी बर्फीले पदार्थ का वायुमंडलीय दबाव के कारण ठोस (solid) अवस्था से तरल अवस्था में बदलना। बर्फ का गलनांक 273 K (या शून्य डिग्री सेल्सियस) होता है। बर्फ एक ऐसा पदार्थ है जिसका उपयोग हम अपने दैनिक जीवन में करते हैं। इसके अलावा, हम अपने रेफ्रिजरेटर में बर्फ बनाते हैं। लेकिन, हमने रेफ्रिजरेटर के ठंडे वातावरण के बाहर बर्फ को तेजी से कई बार पिघलते देखा है जो बर्फ के गलनांक का उदारण है। 

क्या होता है जब बर्फ पिघलती है?

जब कोई ठोस बर्फीला पदार्थ गलता है तब उसका ये अर्थ होता है की वो ठोस तत्त्व अपना रूप तरल में बदल लेता है। ठोस तत्त्व कई कारणों से बदलता है जैसे की गर्माहट से, ऊर्जा से और तापमान से आदि। किसी पदार्थ का गलनांक दबाव पर निर्भर करता है और आमतौर पर मानक दबाव ( standard pressure) जैसे 1 वायुमंडल या 100 kPa पर माना जाता है। जब कोई तत्व तरल से ठोस में बदलता है तो इस हिमांक कहा जाता है।

Summary

बर्फ का गलनांक क्या है?

जब तापमान के कारण कोई बर्फीली सामग्री तरल अवस्था में बदलती है तो उसे बर्फ का गलनांक कहते हैं। बर्फ के गलनांक का तापमान 273 K (या शून्य डिग्री सेल्सियस) होता है।

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